Coronavirus Lockdown: वतन वापसी के लिए नेपाली नागरिकों ने बॉर्डर पर किया प्रदर्शन
Coronavirus Lockdown सीमा पर क्वारंटान हुए नेपालियों ने वतन वापसी के लिए बॉर्डर पर प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया।
महराजगंज, जेएनएन। भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर नेपाली नागरिकों ने प्रदर्शन किया। नागरिक नेपाल में प्रवेश की मांग कर रहे थे। भारत के विभिन्न शहरों में कार्यरत बड़ी संख्या में नेपाली नागरिक रविवार देर रात सोनौली बॉर्डर पहुंचे। जहां 840 नागरिकों को नेपाल प्रवेश की अनुमति मिली। दूसरी तरफ सैकड़ों नागरिकों को विलंब हो जाने के कारण प्रवेश नहीं मिल सका। इस बात से गुस्साए नागरिक आक्रोशित हो उठे और नेपाल सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे। विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि नेपाल सरकार उनका तनिक भी ध्यान नहीं दे रही है। जिसके कारण उन्हेंं दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लॉकडाउन में उनको और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सीमा पर तैनात एसएसबी के जवानों ने किसी तरह उन्हेंं समझा-बुझाकर शांत किया। नौतनवा एसडीएम जसबीर सिंह ने कहा कि कुछ नागरिकों को नेपाल में प्रवेश नहीं मिल सका है । अनुमति मिलते ही उन्हेंं पड़ोसी देश में भेज दिया जाएगा।
481 भारतीय नागरिक पहुंचे अपने देश
नेपाल में फंसे भारतीय मूल के 481 नागरिक रविवार देररात अपने देश लाए गए। यह लोग नेपाल के लुंबिनी, बुटवल, भैरहवा, अर्घाखांची में मजदूरी करते थे। सभी नागरिक भारत के उत्तर प्रदेश, बिहार के निवासी हैं।
बाइक से घूम रहा था होम क्वारंटाइन युवक, सड़क हादसे में घायल
उधर, महराजगंज के पीपीगंज में तीन दिन पहले मुंबई से लौटा बुढ़ेली निवासी राजकुमार निषाद सड़क हादसे में घायल हो गया। उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। मुंबई से आने के बाद उसे होम क्वारंटाइन कराया गया था। इसके बाद भी बाइक से उसके घूमने पर गांव की निगरानी समिति सवालों के घेरे में आ गई है। दिन में 12 बजे के आसपास राजकुमार (30) बाइक से पीपीगंज जा रहा था। अभी बापू पीजी कॉलेज के पास पहुंचा था कि बाइक अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे पेड़ से टकरा गई। हादसे में राजकुमार गंभीर रूप से घायल हो गया। कोरोना के भय से लोग उसके पास नहीं फटक रहे थे। इस बीच किसी ने 108 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस को सूचना दी। एंबुलेंस से उसे अस्पताल पहुंचाया गया।