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रक्त चंदन 17500 क्विंटल लकड़ी भारत को करेगा वापस नेपाल, इस काम में होता है इस लकड़ी का प्रयोग Gorakhpur News

नेपाल ने तस्‍करी कर नेपाल ले जाए गए 7500 क्विंटल रक्त चंदन लकड़ी भारत को वापस करने का निर्णय लिया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 02:07 PM (IST)Updated: Sat, 18 Jan 2020 09:47 AM (IST)
रक्त चंदन 17500 क्विंटल लकड़ी भारत को करेगा वापस नेपाल, इस काम में होता है इस लकड़ी का प्रयोग Gorakhpur News
रक्त चंदन 17500 क्विंटल लकड़ी भारत को करेगा वापस नेपाल, इस काम में होता है इस लकड़ी का प्रयोग Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। नेपाल 17,500 क्विंटल रक्त चंदन लकड़ी भारत को वापस करेगा। नेपाल मंत्रिपरिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया है। नेपाल सरकार के प्रवक्ता एवं संचार मंत्री गोकुल बासकोटा ने बताया कि संकटापन्ना वन्य जंतु तथा वनस्पति अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियंत्रण कानून के तहत यह लकड़ी भारत को वापस की जाएगी। दरअसल, तस्कर रक्त चंदन कर्नाटक के जंगलों से नेपाल के रास्ते चीन में पहुंचाते रहे हैं। चीन में इसका प्रयोग दवा और पूजा के कार्य में किया जाता है। कुछ समय इसकी तस्करी रोकने के लिए भारत सरकार ने नेपाल सरकार को पत्र लिखा था। इसके बाद नेपाल शासन ने इसे रोकने के लिए अभियान चलाया और अपने यहां रक्त चंदन बरामद किया था।

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फर्जी वीजा के साथ पकड़ी गई इंडोनेशिया की महिला

उधर, भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर तैनात आव्रजन विभाग की टीम ने गुरुवार की देर शाम जांच के दौरान एक इंडोनेशियाई महिला को हिरासत में लिया है। महिला का वीजा फर्जी निकला। वह 2017 से भारत के चेन्नई में रहती थी। गुरुवार को नेपाल में प्रवेश करने की फिराक में थी।

फरार हुआ एजेंट

गुरुवार को वह चेन्नई से फ्लाइट से गोरखपुर और वहां से बस से सोनौली पहुंची। नेपाल में प्रवेश करने के दौरान आव्रजन विभाग ने जांच के उपरांत फर्जी वीजा पाए जाने पर रोक लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम रोहाना इमाम साबरी (44) निवासी इंडोनेशिया बताया। इस दौरान महिला के साथ आया कथित एजेंट ससेंद नाथ मौका देखकर फरार हो गया। पूछताछ के दौरान महिला ने बताया कि उसी ने यह वीजा दिलवाया है। प्रभारी निरीक्षक निर्भय सिंह ने बताया कि महिला से पूछताछ की जा रही है। 


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