हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति के लिए प्रतिबद्ध है भारत : मोदी
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में मैंने बहुपक्षीय तालमेल तथा आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को विस्तृत करने के बारे में अपना विचार साझा किया।
सिंगापुर, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शांत एवं समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिए भारत की प्रतिबद्धता जाहिर की है। गुरुवार को सिंगापुर में 13वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लेते हुए उन्होंने सदस्य देशों के बीच बहुपक्षीय भागीदारी और आर्थिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में संबंधों का विस्तार किए जाने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी दो दिवसीय यात्रा के कार्यक्रमों को संपन्न कर स्वदेश के लिए रवाना हो चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में मैंने बहुपक्षीय तालमेल तथा आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को विस्तृत करने के बारे में अपना विचार साझा किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन में शांत, खुला एवं समावेशी हिंद-प्रशांत क्षेत्र, मजबूत होते समुद्री सहयोग और संतुलित क्षेत्रीय विस्तृत आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) का भारतीय दृष्टिकोण दोहराया।
मोदी ने पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन रीट्रीट से पहले जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबी समेत अन्य देशों के नेताओं के साथ बातचीत की। मोदी ने सुबह नाश्ते के समय आसियान-भारत शिखर बैठक में भाग लिया। इसमें उन्होंने सामरिक तौर पर महत्वपूर्ण हिंद-प्रशांत क्षेत्र की समृद्धि के लिए समुद्री सहयोग और व्यापार के केंद्रीकरण की जरूरत को रेखांकित किया। मोदी ने ट्वीट किया कि आसियान-भारत शिखर बैठक में आसियान देशों के नेताओं से बातचीत हुई। हमें इस बात की खुशी है कि आसियान के साथ संबंध मजबूत हैं और शांत एवं समृद्ध विश्व के लिए हम योगदान दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कैडेट आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत सिंगापुर गए एनसीसी के कैडेट दल से भी मुलाकात की। उन्होंने इस पर ट्वीट किया, 'युवा साथियों के साथ सुंदर समय। सिंगापुर आए एनसीसी कैडेटों ने यादगार अनुभवों को मेरे साथ साझा किया।'
मोदी ने दो दिवसीय यात्रा के दौरान सिंगापुर, आस्ट्रेलिया और थाईलैंड के प्रधानमंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं। इनमें व्यापार, रक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्रों में संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी उपराष्ट्रपति माइक पेंस के साथ बुधवार को हुई बातचीत में भी हिंद-प्रशांत क्षेत्र के बारे में चर्चा हुई थी।