मोदी और चिनफिंग ने की बैठक, सीमा पर शांति कायम रखने के लिए भारत-चीन सहमत
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि भारतीय पक्ष के साथ काम करने के लिए चीनी पक्ष तैयार है। वुहान की बैठक के बाद इसे आगे बढ़ाने की नई प्रेरणा मिलेगी।
जोहानिसबर्ग, प्रेट्र/आइएएनएस। भारत और चीन ने सीमा पर शांति बरकरार रखने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि वह अपनी सेनाओं के बीच संवाद को बढ़ाएंगे। लिहाजा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग इस बात पर राजी हो गए हैं कि चीनी रक्षा मंत्री अगले महीने भारत आएंगे ताकि पिछले कुछ महीनों में दोनों नेताओं की मुलाकातों से बनी आपसी समझ बरकरार रहे।
गुरुवार को हुई बैठक में मोदी ने चिनफिंग से कहा कि इस रफ्तार को कायम रखना जरूरी है। इसके लिए हमें हमारे स्तर पर नियमित रूप से हमारे संबंधों की समीक्षा करनी चाहिए। साथ ही जब भी जरूरत हो पर्याप्त निर्देश देने चाहिए।
उन्होंने चीनी नेता से कहा कि हाल की बैठकों से द्विपक्षीय संबंधों में एक नई मजबूती आई है। और इससे सहयोग के लिए नए अवसर पैदा हुए हैं। इस पर चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि भारतीय पक्ष के साथ काम करने के लिए चीनी पक्ष तैयार है। वुहान की बैठक के बाद इसे आगे बढ़ाने की नई प्रेरणा मिलेगी।
भारतीय विदेश सचिव विजय गोखले ने गुरुवार की शाम को बताया कि चीनी रक्षा मंत्री अगले महीने अगस्त में भारत आएंगे। साथ ही चीनी जन सुरक्षा मंत्री भी अक्टूबर में भारत दौरे पर होंगे। इसी के साथ प्रधानमंत्री मोदी ने इस साल सीमा पर वार्ता के लिए विशेष प्रतिनिधि के रूप में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को चीन भेजने की इच्छा जताई है।
सालाना ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने आए मोदी और चिनफिंग ने गुरुवार की मुलाकात के साथ पिछले तीन महीनों में तीन बार बैठक की है। मोदी पिछली बार अप्रैल में चीन के वुहान शहर में चिनफिंग से दो दिवसीय अनौपचारिक बैठक में मिले थे। इसके बाद जून में दोनों नेताओंकी किंगदाओ में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में मुलाकात हुई थी।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन समझौते
भारत और दक्षिण अफ्रीका ने तीन समझौतों पर दस्तखत किए हैं। इसमें कृषि क्षेत्र और अंतरिक्ष सहयोग शामिल है। ब्रिक्स सम्मेलन से इतर मोदी और दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने द्विपक्षीय मुलाकात में द्विपक्षीय व्यापार में हुई वृद्धि पर संतोष जताया। पिछले साल अगस्त के आखिर में भारत और दक्षिण अफ्रीका के व्यापार में 4.1 अरब डॉलर के ऊपर जा चुका है।