अफगानिस्तान में मानवीय संकट से महिलाएं और बच्चियां सबसे ज्यादा प्रभावित : इजरायल
काबुल में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की कड़ी निंदा करते हुए इजरायल ने कहा है कि वह अफगानिस्तान में चल रहे मानवीय संकट पर चिंतित है। भारत में इजरायल की उपदूत रॉनी येडिडिया क्लेन ने कहा कि हम कल रात हुए इस आतंकी हमले से स्तब्ध और दुखी हैं।
नई दिल्ली, एजेंसियां। काबुल में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की कड़ी निंदा करते हुए इजरायल ने कहा है कि वह अफगानिस्तान में चल रहे मानवीय संकट पर चिंतित है। भारत में इजरायल की उपदूत रॉनी येडिडिया क्लेन ने शुक्रवार को कहा कि हम कल रात हुए इस आतंकी हमले से स्तब्ध और दुखी हैं। यह बेहद खौफनाक है। हम अफगानिस्तान में चल रहे मानवीय संकट को लेकर बहुत चिंतित हैं। यह संकट विशेष रूप से महिलाओं और बच्चियों को प्रभावित कर रहा है। हम देख रहे हैं कि महिलाएं अचानक पर्दे में चली गई हैं। उन्हें घर से बाहर जाने की मनाही है।
रॉनी येडिडिया क्लेन ने कहा कि अफगानिस्तान में महिलाओं की स्थिति अचानक बेहद खराब हो गई है। हम इस बारे में बहुत चिंतित हैं। उन्होंने भारत-इजरायल कृषि परियोजना के लिए एक वार्षिक बैठक में अफगानिस्तान में मौजूदा हालात को लेकर घोर चिंता व्यक्त की। वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि काबुल में हुई आतंकी घटना पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। हमें अभी नहीं पता यह हमला कैसे हुआ है। इस्लामिक स्टेट ने हमले कि जिम्मेदारी ली है। अभी हम देख रहे हैं कि वहां पर क्या परिस्थिति बन रही है।
इन आतंकी हमलों की कड़ी निंदा करते हुए भारत ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहा है कि ये हमले आतंकियों को पनाह देने वालों के खिलाफ दुनिया के एकजुट होने की जरूरत बताते हैं। वहीं, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि यह घटना अफगानिस्तान की अस्थिरता को रेखांकित करती है। जिसने भी जानबूझकर मासूम लोगों और बच्चों को निशाना बनाया वे हताश लोग हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने काबुल एयरपोर्ट पर हमले के बाद हमलावरों से बदला लेने की शपथ ली है। उनका कहना है कि अमेरिका हमले के गुनहगारों को ढूंढ निकालेगा...।