खफा अमेरिका ने इराक से फेरी नजरें, कैश देने में कर रहा देरी
वाशिंगटन ने बगदाद की नाजुक अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण नकदी वितरण में देरी करना शुरू कर दिया है साथ ही प्रतिबंधों में दी गई छूट को भी खत्म कर दिया।
बगदाद, एएफपी। पड़ोसी देश ईरान के साथ इराक के करीबी संबंधों से खफा वाशिंगटन ने बगदाद के खिलाफ कई ऐसी कार्रवाईयां शुरू कर दी है जिससे वहां की अर्थव्यवस्था प्रभावित हो सकती है। दरअसल,वाशिंगटन ने बगदाद की नाजुक अर्थव्यवस्था को महत्वपूर्ण नकदी वितरण में देरी करना शुरू कर दिया है साथ ही प्रतिबंधों में दी गई छूट को भी खत्म कर दिया। बड़े अमेरिकी एनर्जी फर्म के साथ डील करने में इराक की धीमी प्रक्रिया से भी अमेरिका परेशान है।
तेहरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद अमेरिका ने अंतिम समय में ईरानी गैस के आयात की छूट इराक को दी। बता दें कि अमेरिका ने अक्टूबर 2019 में इराक को 120 दिनों तक ईरान से प्राकृतिक गैस और बिजली का आयात करने की छूट दी थी जोकि इस सप्ताह खत्म हो गया। लेकिन इस बार 120 या 90 दिनों की नहीं मात्र 45 दिनों के लिए अनुमति दी गई है।
इससे यह संभावना प्रबल हो जाती है कि जनवरी में वाशिंगटन द्वारा दी गई धमकी को हकीकत में बदला जा सकता है। दरअसल, जनवरी में अमेरिका ने इराक को धमकी दी थी कि वहां मौजूद अपने 5,200 सैनिकों को वह हटा लेगा।
हाल में ही 13 फरवरी को इराक के किरकुक स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर रॉकेट से हमला किया गया। बता दें कि इस पूरे तनाव की शुरुआत पिछले साल ही हो गई थी। 27 दिसंबर को एक के बाद एक कुल 30 रॉकेट से हमला हुआ जिसमें एक अमेरिकी कॉन्ट्रैक्टर की मौत हो गई थी। इसका आरोप अमेरिका द्वारा इराक की सेना के एक धड़े ‘कतीब हिज्बुल्ला’ पर लगाया गया था। इस धड़े से ईरान के काफी करीबी संबंध हैं। इसके जवाब में अमेरिका ने ईरानी सैन्य जनरल कासिम सुलेमानी समेत कतीब हिज्बुल्ला के 25 लड़ाकों को मार गिराया था।सुलेमानी की हत्या के बाद ईरान और अमेरिका के बीच युद्ध ठन गया है। दोनों देशों के बीच हमले का सिलसिला शुरू हो गया।