अमेरिकी संसद में पहुंचने की चाह रखने वाले भारतवंशियों को झटका
अरुणा मिलर और सूरज पटेल समेत आधा दर्जन भारतवंशियों को प्राइमरी चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
वाशिंगटन (प्रेट्र)। अमेरिकी संसद के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में पहुंचने की उम्मीद लिए आधा दर्जन भारतवंशियों को झटका लगा है। अपनी पार्टी की उम्मीदवारी पाने के लिए हुए प्राइमरी चुनाव में इन्हें हार का सामना करना पड़ा।
सिविल इंजीनियर अरुणा मिलर और सूरज पटेल की हार से सबसे ज्यादा निराशा हाथ लगी है। डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राइमरी चुनाव में मैरीलैंड की एक सीट के लिए हैदराबाद में जन्मी अरुणा (53) को डेविड ट्रोन से शिकस्त मिली। न्यूयॉर्क से उम्मीदवारी पाने की होड़ में रहे पटेल को कैरोलिन मैलोनी ने हरा दिया। 72 वर्षीय मैलोनी 14वीं बार संसद में जगह बनाने के लिए चुनाव लड़ रही हैं।
न्यूयॉर्क की एक अन्य सीट से संसद पहुंचने की चाहत रखने वाले उमर वेद और राधाकृष्णन मोहन डेमोक्रेट प्राइमरी चुनाव में क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान पर रहे। इस सीट से मैक्स रोस जीतने में सफल रहे। कोलोराडो से डेमोक्रेट उम्मीदवारी पाने की कोशिश करने वाली भारतवंशी सायरा राव को डायना डीजेट के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। राव को 27.9 फीसद वोट मिले। एक अन्य भारतवंशी उत्तम पॉल मैरीलैंड की आठवीं डिस्टि्रक्ट सीट से उम्मीदवारी पाने में विफल रहे। उन्हें जेमी रस्किन ने हराया।
भारत के दोस्त जोसफ क्राउले भी हारे
भारत के दोस्त कहे जाने वाले जो क्राउले को डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। वह फिर से संसद पहुंचने की होड़ में थे। उन्हें 28 साल की ओकासिओ कॉर्टेज के हाथों शिकस्त मिली।
अमेरिकी संसद में पांच भारतवंशी
अमेरिकी संसद में इस समय पांच भारतवंशी हैं। एमी बेरा, रो खन्ना, राजा कृष्णमूर्ति और प्रमिला जयपाल हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव के सदस्य हैं, जबकि कमला हैरिस संसद के ऊपरी सदन सीनेट में हैं।