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पुतिन के सामने इन वर्षों में बदल गए इतने राष्ट्राध्यक्ष, व्लादिमीर का जलवा बरकरार

रूस के संविधान के मुताबिक, कोई भी शख्स दो बार से ज्यादा राष्ट्रपति नहीं बन सकता। इसलिए 2008 में पुतिन प्रधानमंत्री पद के लिए खड़े हुए और जीत हासिल की।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Published: Mon, 19 Mar 2018 12:28 PM (IST)Updated: Mon, 19 Mar 2018 03:25 PM (IST)
पुतिन के सामने इन वर्षों में बदल गए इतने राष्ट्राध्यक्ष, व्लादिमीर का जलवा बरकरार
पुतिन के सामने इन वर्षों में बदल गए इतने राष्ट्राध्यक्ष, व्लादिमीर का जलवा बरकरार

मॉस्को (एजेंसी)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (65) चौथी बार फिर 6 साल के लिए राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। रविवार को हुए चुनाव में उन्हें 76 फीसद से ज्यादा वोट मिले, जो पिछली बार से करीब 13 फीसद ज्यादा है। इसके साथ ही वह जोसेफ स्टालिन के बाद रूस में सबसे ज्यादा सत्ता में रहने वाले नेता बन जाएंगे।

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व्लादिमीर पुतिन 2000, 2008 और 2012 में राष्ट्रपति बने। रूस के संविधान के मुताबिक, कोई भी शख्स दो बार से ज्यादा राष्ट्रपति नहीं बन सकता। इसलिए 2008 में पुतिन प्रधानमंत्री पद के लिए खड़े हुए और जीत हासिल की। इस दौरान यानी 2008-12 में उन्होंने अपने विश्वासपात्र सहयोगी दिमित्री मेदवेदेव को राष्ट्रपति बनाया।

साल 2012 में पुतिन ने दोबारा राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़े और उनके लिए देश के संविधान में संशोधन भी कर दिया गया। बदलाव के बाद रूस में 2 बार राष्ट्रपति बनने की सीमा को खत्म किया गया। साथ ही उनके कार्यकाल को 4 साल से बढ़ाकर 6 साल कर दिया गया।

रूस का पर्याय बन गए पुतिन

समसामयिक रूस की राजनीति, अर्थव्यवस्था और समाज-संस्कृति पर पुतिन की गहरी छाप है। इस समय पुतिन की उम्र 65 साल है और 2024 में वह 71 के होंगे। यानी 25 सालों के शासन के दौरान रूस की एक पीढ़ी जन्म लेकर वयस्क हो चुकी होगी।

भारत के तीन पीएम का दौर

साल 1999 में जब पुतिन पहली बार राष्ट्रपति बने, तब भारत में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी। साल 2004 में मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने और साल 2009 में दोबारा वह पीएम बने। इस दौरान भी पुतिन ही राष्ट्रपति थे। साल 2008-12 के बीच पुतिन रूस के प्रधानमंत्री रहे और फिर राष्ट्रपति बने। इस बीच भारत में साल 2014 में चुनाव जीतकर नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बन चुके हैं।

साल 2019 में भारत में फिर लोकसभा चुनाव होने हैं। संभवतः मोदी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे या कोई नया चेहरा भारत का नेतृत्व संभालेगा। मगर, रूस की कमान तब भी पुतिन के ही हाथ में होगी।

चार अमेरिकी राष्ट्रपति बदले

पुतिन के सामने अमेरिका के चार राष्ट्रपति छह कार्यकाल बिता चुके हैं, लेकिन रूस में पुतिन थे, पुतिन हैं और पुतिन ही रहेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, जॉर्ज बुश को दो कार्यकाल, फिर बराक ओबामा के दो कार्यकाल और अब ट्रंप का शासन चल रहा है।

ब्रिटेन में चार पीएम को देखा

ब्रिटेन की बात की जाए, तो साल 1999 में लेबर पार्टी के टोनी ब्लेयर प्रधानमंत्री थे। फिर 2001 और 2005 में ब्लेयर फिर प्रधानमंत्री बने। इसके बाद गॉर्डन ब्राउन, साल 2010 में कंजरवेटिव पार्टी के डेविड कैमरन, साल 2015 में दोबार डेविड कैमरन पीएम बने। ब्रेग्जिट के बाद कैमरन के इस्तीफा देने के बाद थेरेजा मे प्रधानमंत्री बनीं।

जर्मनी के दो चांसलर बने

जर्मनी में इस समय चांसलर एंजेला मर्केल हैं। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने देश के आम चुनाव में जीत हासिल करते हुए अपना चौथा कार्यकाल पक्का कर चुकी हैं। वह 22 नवंबर 2005 से निर्विरोध जर्मनी की नेता बनी हुई हैं। वहां पर दो चांसलर का कार्यकाल भी पुतिन देख चुके हैं। इससे पहले गेर्हार्ड श्रोडर 27 अक्टूबर 1998 से लेकर 22 नवंबर 2005 तक अपने दो कार्यकाल पूरे कर चुके थे। 


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