पाकिस्तान में सियासी तस्वीर बदलने को उत्साहित महिला उम्मीदवार
पाकिस्तान में संसदीय और प्रांतीय चुनाव में कुल 305 महिला प्रत्याशी हैं। इनमें से 171 नेशनल असेंबली के लिए चुनाव लड़ रही हैं।
इस्लामाबाद [आइएएनएस]। पाकिस्तान के चुनाव में कई महिलाएं भी अपनी किस्मत आजमा रही हैं। उनका कहना है कि वे पाकिस्तान की सियासी तस्वीर बदलने के लिए चुनाव मैदान में उतरी हैं। संसदीय और प्रांतीय चुनाव में कुल 305 महिला प्रत्याशी हैं। इनमें से 171 नेशनल असेंबली के लिए चुनाव लड़ रही हैं। देश के कानून के तहत सभी दलों के लिए चुनाव में पांच फीसद सीट महिला उम्मीदवारों को देना अनिवार्य है।
पाकिस्तान की संसद के ऊपरी सदन सीनेट के लिए चुनी गई पहली दलित हिंदू महिला कृष्णा कुमारी कोहली कहती हैं कि सीनेट में उनके पहुंचने से अन्य महिलाओं के लिए रास्ता खुला है। महिलाएं उन्हें रोल मॉडल के तौर पर देखेंगी और अपने सपनों को हकीकत बना सकेंगी। कोहली इस साल मार्च में पीपीपी उम्मीदवार के तौर पर सीनेट सदस्य चुनी गई थीं। वह सिंध प्रांत के थार जिले से ताल्लुक रखती हैं।
इसी क्षेत्र की एक अन्य हिंदू महिला उम्मीदवार सुनीता परमार सिंध विधानसभा के लिए चुनाव लड़ रही हैं। पेशे से दर्जी सुनीता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें वह कहती हैं, 'मैं अपने क्षेत्र की महिलाओं की दशा बदलना चाहती हूं। सियासी पार्टियों को महिलाओं के अस्तित्व और क्षमताओं को स्वीकार करना चाहिए।'
चुनाव आयोग ने सभी दलों से रूढि़वादी इलाकों में महिलाओं को उम्मीदवार बनाने का आह्वान किया था। इसी तरह के इलाके खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के दीर जिले से चुनाव मैदान में उतरीं हमीदा शाहिद ने कहा कि महिलाओं को वोट देने के लिए घर से निकलने तक नहीं दिया जाता। वह इस सोच को बदलने के लिए दृढ़ हैं। वह महिलाओं को अपने अधिकारों के वास्ते लड़ने के लिए प्रेरित करेंगी।