दलीप ट्राफी में खेलने को अनिवार्य करे बीसीसीआई
भारत के पूर्व कप्तान व चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि खराब दौर से जूझ रहे रोहित शर्मा और सुरेश रैना को अपनी बल्लेबाजी में सुधार करना होगा। इंग्लैंड के बाद आस्ट्रेलिया में भी भारतीय टीम के प्रदर्शन पर निराशा जताते हुए वेंगसरकर ने कहा कि बोर्ड को चाहिए कि अनुबंधित खिलाडि़यों के लिए दलीप ट्राफी खेलना अनिवार्य हो।
मुंबई। भारत के पूर्व कप्तान व चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि खराब दौर से जूझ रहे रोहित शर्मा और सुरेश रैना को अपनी बल्लेबाजी में सुधार करना होगा। इंग्लैंड के बाद आस्ट्रेलिया में भी भारतीय टीम के प्रदर्शन पर निराशा जताते हुए वेंगसरकर ने कहा कि बोर्ड को चाहिए कि अनुबंधित खिलाडि़यों के लिए दलीप ट्राफी खेलना अनिवार्य हो।
घरेलू क्रिकेट को बेहतर बनाने के लिए बोर्ड की तकनीकी समिति द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रसन्नता जताते हुए उन्होंने कहा कि दलीप ट्राफी को सत्र में आखिर में कराने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि दलीप ट्राफी ईरानी कप और रणजी ट्राफी के बीच में होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने विराट कोहली को उपकप्तान बनाने के बीसीसीआई के फैसले को सही ठहराते हुए कहा कि दिल्ली का यह बल्लेबाज टेस्ट में तीसरे नंबर पर उतरने के लायक बनता जा रहा है। वेंगसरकर ने भारतीय क्रिकेट से जुड़े मुद्दों पर लंबी बातचीत की।
प्रस्तुत हैं उसके मुख्य अंश:
रोहित और रैना के प्रदर्शन से क्या आप निराश हैं। खराब प्रदर्शन का क्या कारण था?
उत्तर: रोहित ने कई खराब शाट खेले। उसे टेस्ट स्तर पर कामयाब होने के लिए अपनी तकनीक सुधारनी होगी। उसमें क्षमता है, लेकिन प्रदर्शन भी अच्छा होना जरूरी है। रैना को शार्टपिच गेंदों को बखूबी खेलना सीखना होगा।
प्रश्न: उपकप्तान के रूप में विराट कोहली को कैसे देखते हैं?
उत्तर: यह अच्छा फैसला है। वह जबर्दस्त फार्म में है और इसे बरकरार रख सका तो तीन-चार साल में कप्तान होगा।
प्रश्न: राहुल द्रविड़ के रिटायर होने के बाद क्या कोहली तीसरे नंबर के लिए उपयुक्त बल्लेबाज हैं?
उत्तर: बिल्कुल। उसकी तकनीक रोहित शर्मा से बेहतर है और मानसिक रूप से वह अधिक दृढ़ है। वह हालात के अनुकूल तेजी से ढलता है।
प्रश्न: भारतीय टीम के आस्ट्रेलिया में प्रदर्शन पर आपकी राय?
उत्तर: बेहद निराशाजनक। भारतीय टीम को इस कठिन दौरे की तैयारी का समय ही नहीं मिल सका। कार्यक्रम भी ऐसा था कि पहले टेस्ट से पूर्व सिर्फ एक अभ्यास मैच था। मुझे लगा था कि पहले टेस्ट के बाद उनके खेल में सुधार आएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। मैच दर मैच वे खराब खेलते गए।
प्रश्न: भारतीय टीम को फिर से पटरी पर लाने के लिए अब क्या करने की जरूरत है?
उत्तर: बीसीसीआई को घरेलू क्रिकेट के बारे में गंभीर हो जाना चाहिए। हमारे जूनियर और प्रथम श्रेणी क्रिकेट के स्तर में काफी सुधार की जरूरत है। विकेटों के स्तर में भी सुधार होना चाहिए और इसी तरह ओवरआल ढांचे में। ए टीम के टूर के अलावा अंडर-19 टूर के कार्यक्रम की भी योजना बननी चाहिए ताकि ज्यादा फायदा हासिल किया जा सके। आईसीसी भविष्य दौरा कार्यक्रम के अनुसार जुलाई-अगस्त में श्रीलंका में सीरीज की उम्मीद के अलावा भारत न्यूजीलैंड, आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर खेलेगा। प्रश्न: सितंबर में नया चयन पैनल अपना काम कैसे करेगा?
उत्तर: चयनकर्ताओं को प्रतिभा पहचानने और उन्हें सही समय पर मौका प्रदान कर उनका विकास करने की कोशिश करनी चाहिए। मौजूदा समय में भारत की बेंच स्ट्रेंथ इतनी मजबूत नहीं है, उन्हें बेंच स्ट्रेंथ बनानी होगी। भारतीय टीम ज्यादातर सीरीज अपनी सरजमीं पर खेलेगी, तो यह ऐसा करने का सही समय होगा।
प्रश्न: घरेलू क्रिकेट में विकेटों के बारे में क्या काफी काम किया गया है?
उत्तर: मैं खुश हूं कि तकनीकी समिति ने घरेलू क्रिकेट के संदर्भ में कुछ कड़े फैसले लिए हैं। मैं सिर्फ यही उम्मीद लगाए हूं कि इन्हें एक समान तरीके से कार्यान्वित किया जाए। हां, विकेट के स्तर के संबंध में काफी कुछ किया जाना है, तभी हमारे घरेलू क्रिकेट के ओवरआल स्तर में सुधार होगा।
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