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श्रीनवदुर्गा मंदिर: धर्म व मानवीय कल्याण का संगम

शहर के पॉश क्षेत्र सराभा नगर में बना श्री नवदुर्गा मंदिर धर्म व मानवीय कल्याण कार्यो का अनूठा संगम है।

By Edited By: Published: Sat, 20 Oct 2012 01:30 PM (IST)Updated: Sat, 20 Oct 2012 01:30 PM (IST)
श्रीनवदुर्गा मंदिर: धर्म व मानवीय कल्याण का संगम

लुधियाना। शहर के पॉश क्षेत्र सराभा नगर में बना श्री नवदुर्गा मंदिर धर्म व मानवीय कल्याण कार्यो का अनूठा संगम है। मंदिर न सिर्फ सनातन धर्म की परंपराओं, प्रचार के कार्य को आगे बढ़ा रहा है बल्कि समाज सेवा के कायरें को भी बढ़-चढ़कर रहा है। कई विशेषताएं लिए मंदिर श्रद्धालुओं की श्रद्धा का केंद्र बन गया है।

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मंदिर का इतिहास-

सराभा नगर में कोई मंदिर नहीं था। लोग दूरदराज के मंदिरों में धार्मिक कायरें व माथा टेकने के लिए जाते थे। लोगों की धार्मिक एवं अध्यात्मिक जरूरत को देखते हुए सराभा नगर में मंदिर निर्माण का निर्णय लिया गया। इंप्रवूमेंट ट्रस्ट से जमीन लेकर उस पर मंदिर का निर्माण शुरू किया गया। प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री बेअंत सिंह ने मंदिर का नींव पत्थर रखा। कुछ ही वषरें के बाद सन 1985 में श्री नवदुर्गा मंदिर बनकर तैयार हो गया। मौजूदा समय में मंदिर ने भव्य व विशाल रूप ले लिया है। 3500 वर्ग गज में बने मंदिर में मां दुर्गा का सुंदर दरबार आकर्षण का केंद्र है। अन्य देवी- देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित की गई हैं। मंदिर में सुंदर शिल्पकला से बनी मूर्तियां स्थापित की गई हैं। यचं सच्चे मन से मांगी जाने वाली मुरादें पूरी हो जाती हैं। इसके चलते मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं।

मंदिर प्रबंधन का कामकाज श्री नवदुर्गा मंदिर ट्रस्ट देख रहा है। इसके चेयरमैन उद्यमी केके सेठ हैं, जबकि प्रधान सुभाष दुग्गल हैं। मुख्य पुजारी चंद्रशेखर शास्त्री हैं, जो मंदिर में पूजा अर्चना व धार्मिक कायरें को संपन्न कराते हैं। कुछ वर्ष पहले ही मंदिर में शनि देव का मंदिर भी स्थापित किया गया है।

पर्यावरण बचाने व सस्ती दरों पर होता है मरीजों का उपचार-

मंदिर में धार्मिक कायरें के अलावा जनसेवा व पर्यावरण को बचाने की अलख जगाई गई है। आज लुधियाना प्रदूषण की समस्या से जूझ रहा है। शहर का वातावरण शुद्ध रहे इसके लिए मंदिर ट्रस्ट काफी प्रयास कर रहा है। इस दिशा में जहां समय-समय पर पौधारोपण किया जाता है, वहीं मंदिर में हर मंगलवार को सुबह हवन यज्ञ किया जाता है। मंदिर में अस्पताल भी बनाया गया है। मात्र 20 रुपये की पर्ची पर गायनी, अल्ट्रासाउंड, आंख, दांत सहित अन्य रोगों से पीडि़त लोगों का उपचार करने के साथ-साथ दो दिन की दवा मुफ्त दी जाती है।

हाईटेक कम्युनिटी सेंटर बनाया-

आम लोगों की सहूलियत के लिए मंदिर में कम्युनिटी हाल बनाया गया है। इसके अलावा एक और हाल जल्द ही बनाया जाएगा।

दुर्गा पूजा, दशहरा मेला व रामलीला का भी होगा आयोजन-

मंदिर के मुख्य पुजारी चंद्रशेखर शास्त्री ने बताया कि श्रीरामनवमी, रामलीला, दशहरा मेला पर्व, श्री कृष्ण जन्माष्टमी व नवरात्र सहित अन्य पर्व धूमधाम से मनाए जाते हैं। फिलहाल नवरात्र को लेकर मंदिर में धार्मिक समारोह होंगे। सुबह व शाम श्री दुर्गा सप्तसती का पाठ और कीर्तन होंगे। इस आयोजन से धर्म और मां दुर्गा के नाम सिमरन की गंगा बहेगी। इसके अलावा मंदिर के पास ही श्रीराम लीला का आयोजन होगा। वहीं दशहरा मेला भी लगेगा।

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