आस्था का तीर्थ स्थल श्री दुर्गा माता मंदिर
57 साल पहले सिविल लाइंस, जगराओं पुल के नजदीक बना शहर का प्रसिद्ध श्री दुर्गा माता मंदिर शहरियों की प्रगाढ़ आस्था का स्थल है।
लुधियाना। 57 साल पहले सिविल लाइंस, जगराओं पुल के नजदीक बना शहर का प्रसिद्ध श्री दुर्गा माता मंदिर शहरियों की प्रगाढ़ आस्था का स्थल है। मंदिर में जहां समय-समय पर बड़े धार्मिक आयोजन होते हैं, वहीं मंदिर ने बड़ा भव्य रूप ले लिया है।
मंदिर का निर्माण 1955 में हुआ था। यहां पहुंचने के लिए रास्ता आसान है। चूंकि लुधियाना रेलवे स्टेशन पास ही है। ऐसे में दूरदराज से आने वाले श्रद्धालु मंदिर में आसानी से पहुंच सकते हैं। शुरूआती दिनों में पहले यह मंदिर साढ़े तीन सौ गज में बना था। लेकिन लोगों की श्रद्धा व आस्था के चलते मंदिर ने विशाल रूप ले लिया है। आज यह मंदिर करीब तीन हजार वर्गगज में बन गया है।
इस मंदिर में श्री दुर्गा जी का भव्य दरबार है। मंदिर में लोगों की आपार श्रद्धा के चलते मंदिर परिसर में 1996 में श्री नव दुर्गा भवन बनाया गया। शहर में यह पहला भवन है जो पूर्ण रूप से वातानुकूलित है। इस भवन का नींव पत्थर बापू आसाराम ने रखा था। बाद में मंदिर परिसर में शिव परिवार की भी स्थापना की गई। साथ ही अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं है। मंदिर की इमारत में सुंदर हाल बनाया गया है, जिसमें सुंदर व बिजली से चलने वाली रंगबिरंगी लाइटों का आकर्षण देखते ही बनता है। मंदिर के तीनों भवनों पर गूबंद बने है। गुम्बदों में उड़ीसा की शिल्पकला का इस्तेमाल किया गया है। इससे मंदिर आकर्षण का केंद्र बन गया है।
स्वास्थ्य सेवाएं भी दे रहा मंदिर-
मंदिर में जनसेवा के लिए अस्पताल बनाया गया है। यह बहुत कम फीस में बीमारियों के टेस्ट तथा दवाई भी दी जाती है।
नारियल चुनरी व हलवे का प्रसाद-
मंदिर में नारियल व हलवे का प्रसाद अधिकांश रूप से श्रद्धालु चढ़ाते हैं। मंदिर के पास ही फूल बेचने का कारोबार होता है। अधिकांश फूल माला श्रद्धालु मंदिर में मां के दरबार में चढ़ाते हैं तो बड़े पैमाने पर अन्य मंदिरों तथा शादियों व समारोह के लिए फूल भी यहीं से सप्लाई होते हैं।
श्री दुर्गा माता मंदिर ट्रस्ट की देखरेख में चल रही जनसेवा-
मंदिर का प्रबंधन श्री दुर्गा माता मंदिर ट्रस्ट चला रहा है। ट्रस्ट के चेयरमैन पुरुषोत्तम मित्तल हैं। वाइस चेयरमैन केसी गुप्ता हैं। महासचिव एडवोकेट वीके गोयल सहित अन्य ट्रस्टी हैं। मंदिर में श्री दुर्गा सेवक संघ भी सेवाएं दे रहा है। संघ के अध्यक्ष बलबीर गुप्ता हैं। मंदिर में पुजारी पंडित हरी मोहन शर्मा मुख्य पुजारी है, जो मंदिर में पूजा हवन, मूर्तियों की आरती करने के साथ-साथ धार्मिक कार्य संपन्न करवाते है।
सजाया जा रहा मंदिर, होंगे पूजन व सत्संग के कार्यक्रम-
नवरात्र के मद्देनजर मंदिर का सजाया जा रहा है। मंदिर पुजारी पंडित हरी मोहन शर्मा ने बताया कि नवरात्र पर मंदिर में मंदिर में 16 से 23 अक्टूबर तक धार्मिक समारोह का आयोजन किए जाएंगे। नौ दिन लगातार मां दुर्गा के भजन व चौकियों की गूंज रहेगी। मंदिर में सुबह श्री दुर्गा सप्तसती का पाठ होगा। शाम को वेद भारती प्रवचन व सत्संग की अमृतवर्षा करेगी। अष्टमी को प्रात कन्या पूजन व सत्संग भंडारा होगा। नौ दिन सिद्ध रात्रि होती है। इन दिनों जो श्रद्धालु श्री दुर्गा जी की उपासना व व्रत व पूजा करता है। उसे अभिष्ठ फल मिलता है। प्रत्येक भक्त को इन दिनों में मां दुर्गा जी की फोटो या मूर्ति समक्ष जोत प्रचंड कर पूजा अवश्य करें। इससे मां की कृपा प्राप्त होती रहेगी।
[विजय मौर्य]
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