कुंभ को सनातनी परंपरा का सबसे बड़ा अनुष्ठान कहा गया है। धरती पर हर तीन साल के अंतराल में हरिद्वार, प्रयागराज, नासिक और उज्जैन में कुंभ का आयोजन होता है। यानी हर स्थान पर 12 साल के अंतराल में कुंभ आयोजित होता है। 2021 में यह योग हरिद्वार में बन रहा है, लेकिन 12 नहीं, बल्कि 11 साल बाद। इस कुंभ को 2022 में होना था, लेकिन ग्रह चाल के कारण यह संयोग एक वर्ष पूर्व ही बन गया। खास बात यह कि ऐसा संयोग एक सदी के अंतराल में पहली बार बना है।
Haridwar Kumbh 2021 Photos: अंतिम चरण में महाकुंभ की तैयारियां, धर्मनगरी को मिल रहीं कई सौगात


कुंभ को लेकर धर्मनगरी भी पूरी तरह से तैयार है। सुरक्षा की दृष्टि से मेला क्षेत्र को छह जोन और 24 सेक्टर में बांटा गया है। इसमें 21 थाने, नौ पुलिस लाइन, 23 पुलिस चौकी और 25 चेकपोस्ट के साथ ही जरूरत के हिसाब से राज्य और केंद्रीय पुलिस बलों की तैनाती की जा रही है।

कोरोना संक्रमण के बीच कुंभ का आयोजन काफी चुनौतियों से भरा हुआ है। इन सबको देखते हुए व्यवस्थाएं की जा रही हैं। इस कुंभ में हरिद्वार को कई बड़ी सौगात भी मिल रही हैं। पांच फ्लाईओवर चालू होने से दिल्ली-देहरादून फोरलेन मार्ग पर वाहनों के फर्राटा भरने की एक दशक पुरानी उम्मीद पूरी होने जा रही है। इनमें से तीन फ्लाईओवर चालू किए जा चुके हैं।

कुंभ मेले में आने वाले श्रृद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं के मद्देनजर कुंभ मेला अधिष्ठान की पहल पर अलकनंदा से मेला भवन (सीसीआर) से होते हुए करीब एक किलोमीटर के रास्ते पर हाइवे के किनारे बने सुरक्षा दीवार को रामपथ का रूप दिया गया है।

आस्था के मेले के लिए हरकी पैड़ी से लेकर पूरी कुंभ नगरी का कायाकल्प किया जा रहा है। इस बार कुंभ का आयोजन 'ग्रीन-क्लीन कुंभ' की थीम पर आधारित होगा। इसमें गंगा की शुद्धता और पर्यावरण की रक्षा पर सारा जोर रहेगा। इसके तहत कुंभ के दौरान विद्युत ऊर्जा का कम से कम लगभग शून्य इस्तेमाल करने और सौर ऊर्जा का अधिकाधिक इस्तेमाल करने की योजना है।

अगर सब कुछ ठीक रहा तो कुंभ के इतिहास में पहली बार कुंभ मेला शुभांरभ और समापन समारोह का आयोजन होगा। इस मौके पर बड़े पैमाने पर 'ईको-फ्रेंडली' आतिशबाजी और लेजर शो कराने की तैयारी है। इस दौरान पूरा हरकी पैड़ी क्षेत्र-मुख्य कुंभ नगर सोलर-पावर आधारित एलईडी लाइट्स से जगमग रहेगा।

कुंभ मेला अधिष्ठान हरिद्वार कुंभ को अनोखा स्वरूप देने के लिए कई तरह की योजनाओं पर काम कर रहा है, इसके तहत पूरे कुंभ मेला क्षेत्र में चौबीसों घंटे सुगंधित वातावरण बनाए रखने को खास तैयारी की गई है। मेला अधिष्ठान पूरे कुंभ मेला क्षेत्र में अभियान चला कर इस तरह के सुगंधित फूलों के पौधे लगाने जा रहा है, जो दिन और रात अपनी खुशबू बिखरते हैं

कुंभ मेले में स्नान के दौरान कोई श्रद्धालु हादसे का शिकार न हो, इसके लिए माकूल इंतजाम किए जा रहे हैं। भीड़ के मद्देनजर हरकी पैड़ी के साथ-साथ शहर के सभी गंगा घाटों पर रेलिंग लगाने और मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। वहीं, प्रमुख घाटों पर जल पुलिस के गोताखोर भी तैनात रहेंगे।

कुंभ की तैयारियों में जुटा रेलवे कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम और सुव्यवस्थित बनाने के लिए हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर विशेष व्यवस्था कर रहा है। इसके तहत स्टेशन से अलग-अलग दिशाओं में संचालित होने वाली ट्रेन के लिए प्लेटफार्म नियत और निर्धारित किए जा रहे हैं। साथ ही रेलवे इस तरह की व्यवस्था भी विकसित कर रहा है कि स्टेशन परिसर में प्रवेश करने वाला यात्री जिस दिशा में जाना चाहता है, सीधे उस दिशा में जाने वाली ट्रेन के लिए तय प्लेटफार्म पर ही पहुंचे।

हरिद्वार कुंभ की बड़ी उपलब्धि यह भी होगी कि यहां दस वर्षों से निर्माणाधीन चल रहा हरिद्वार-मुज्जफरनगर हाइवे के पूरा होने की तैयारी हो गयी है। हाइवे का करीब 70 फीसद काम पूरा हो गया है, जबकि बाकी के 30 फीसद हिस्से पर काम युद्ध स्तर पर जारी है।