Move to Jagran APP

कुंभ की तीसरी आंख अब शहर में

हैदराबाद में हुई आतंकी घटना ने हुक्मरानों को नगर की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है। कभी भी, कहीं भी दहशत फैलाने के लिए विस्फोट करने की आतंकियों की कवायद पर निगहबानी के लिए क्लोज सर्किट कैमरे अब काफी अहम हो गए हैं।

By Edited By: Published: Sat, 02 Mar 2013 03:43 PM (IST)Updated: Sat, 02 Mar 2013 03:43 PM (IST)
कुंभ की तीसरी आंख अब शहर में

इलाहाबाद। हैदराबाद में हुई आतंकी घटना ने हुक्मरानों को नगर की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए एक बार फिर सोचने पर मजबूर कर दिया है। कभी भी, कहीं भी दहशत फैलाने के लिए विस्फोट करने की आतंकियों की कवायद पर निगहबानी के लिए क्लोज सर्किट कैमरे अब काफी अहम हो गए हैं। तीसरी आंख से इस निगहबानी को इलाहाबाद नगर में भी सुदृढ़ करने की कवायद की जा रही है। 15 मार्च तक यहां 65 और कैमरे लग जाएंगे। कुंभ समाप्त होने के बाद इलाहाबाद नगर का अधिकांश हिस्सा सीसी कैमरे की जद में होगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का मानना है कि इन कैमरों के जरिए निगहबानी से छेड़खानी, चोरी और छिनैती जैसी घटनाओं को रोकने में भी काफी मदद मिलेगी।

loksabha election banner

कुंभ के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर शहर में 45 क्लोज सर्किट (सीसी) कैमरे लगाए गए थे। इन कैमरों को जंक्शन, बस अड्डों और प्रमुख स्कूल-कॉलेजों के पास लगाया गया था। इसी प्रकार मेला क्षेत्र में भी 65 क्लोज सर्किट कैमरे लगाए गए थे। शहर में लगाए गए कैमरों को जार्जटाउन तरणताल के सामने स्थापित कंट्रोल रूम से जोड़ा गया था। कंट्रोल रूम की मॉनीटरिंग की जिम्मेदारी डिप्टी एसपी को सौंपी गई थी। शहर के क्षेत्रफल के हिसाब से यहां लगाए गए कैमरों की संख्या कम थी। इसे देखते हुए 15 मार्च के बाद कुंभ मेला क्षेत्र में लगे कैमरों को इलाहाबाद नगर में स्थानांतरित करने का फैसला लिया गया है। इन कैमरों में से ज्यादातर कैमरे सिविल लाइंस इलाके में लगेंगे। बाकी बचे कैमरों को जरूरत के मुताबिक स्कूल कालेजों और बस अड्डों पर लगाया जाएगा।

फायर ब्रिगेड को भी मिल सकता है लाभ

कुंभ के मद्देनजर मेला क्षेत्र में बड़ी संख्या में आए उपकरणों को मेला खत्म होने के बाद जिले की फायर ब्रिगेड को सौंपा जा सकता है। यदि ऐसा हुआ तो फायर ब्रिगेड पहले की तुलना में काफी समृद्ध हो जाएगी। हालांकि मेला खत्म होने के बाद पुलिस महकमे और फायर ब्रिगेड से जुड़े सभी उपकरण एडीजी मुख्यालय के हवाले कर दिया जाएगा। वह अपने विवेक से इन साजो-सामान का वितरण करेंगे।

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.