2008 में जब आइपीएल की शुरुआत हुई थी, तो हर टीम की तरह दिल्ली कैपिटल्स ने भी फाइनल खेलने का सपना देखा था, लेकिन पिछले 12 आइपीएल तक उनका यह सपना अधूरा ही रहा। दिल्ली की टीम के डेयरडेविल्स से कैपिटल्स बनते ही इस टीम के दिन बदल गए। पिछली बार फाइनल खेलने से एक कदम से चूकी दिल्ली ने रविवार को अबूधाबी में सनराइजर्स हैदराबाद को 17 रनों से हराकर फाइनल के किले में एंट्री मार दी।जहां उनका सामना मंगलवार को गत चैंपियन मुंबई इंडियंस से होगा।
हैदराबाद को 17 रनों से हराकर आइपीएल इतिहास में पहली बार फाइनल में दिल्ली, देखें Photos


दिल्ली ने शिखर धवन के अर्धशतक की बदौलत पहले 20 ओवर में तीन विकेट पर 189 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। इसके बाद तेज गेंदबाज कैगिसो रबादा (29 रन देकर चार विकेट) और मार्कस स्टोइनिस (26 रन देकर तीन विकट) ने शानदार गेंदबाजी करके हैदराबाद को आठ विकेट पर 178 रन पर रोक दिया। दिल्ली ने 17 रन से जीत हासिल कर ली।

हैदराबाद की टीम ने इस बार डेविड वार्नर (02) के साथ प्रियम गर्ग (17) को ओपनिंग पर उतारा, लेकिन कैगिसो रबादा ने दूसरे ही ओवर में वार्नर का सबसे बड़ा विकेट दिल्ली को दिला दिया। इसके बाद स्टोइनिस ने प्रियम और मनीष पांडे (21) को चलता करके बड़े झटके दिए।

दिल्ली मैच में लौट चुकी थी और हैदराबाद की आखिरी उम्मीद केन विलियमसन (67) थे। वह अब्दुल समद (33) के संग मिलकर हैदराबाद को जीत के करीब तक ले आए थे, लेकिन सही समय पर स्टोइनिस ने विलियसन को पवेलियन भेज दिया। इसके बाद रबादा ने एक ही ओवर में समद, राशिद और गोस्वामी के विकेट लेकर दिल्ली की जीत पक्की कर दी।

दिल्ली के लिए इस मैच में शिखर धवन के साथ पारी की शुरुआत करने के लिए मार्कस स्टोइनिस को भेजा। दोनों ने ताबड़तोड़ अंदाज में बल्लेबाजी की। दोनों ने पावरप्ले में 65 रन ठोक दिए।

राशिद खान ने आखिरकार अपनी फिरकी के दम पर इस साझेदारी को तोड़ दिया। राशिद की गेंद को स्टोइनिस समझ ही नहीं पाए और 86 के कुल स्कोर पर बोल्ड हो गए। स्टोइनिस ने 27 गेंदों पर 38 रन बनाए। उन्होंने पांच चौके और एक छक्का लगाया।