अपने प्रति देश के लोगों का प्यार को देखकर भावुक हो गए युवा पहलवान दीपक पूनिया
लोगों से मिले इतने प्यार को देखकर दीपक भावुक हो गए। उन्होंने कहा मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं है।
नई दिल्ली। भारत के युवा पहलवान दीपक पूनिया (Deepak Pupnia) ने अपने करियर में कैडेट और जूनियर विश्व चैंपियनशिप का जब खिताब जीता था तब उनकी घर वापसी पर इतना जोरदार स्वागत नहीं हुआ जितना उनका विश्व चैंपियनशिप में रजत के साथ टोक्यो ओलंपिक का कोटा जीतने पर हुआ। 20 साल के दीपक के साथ रवि दहिया और बजरंग पूनिया और अन्य कुश्ती टीम के सदस्य भी यहां इंदिरा गांधी हवाईअड्डे पर सोमवार देर रात को पहुंचे।
एयरपोर्ट पर लगभग तीन हजार लोगों ने दीपक पूनिया और रवि दहिया का ढोल-नगाड़ों के साथ स्वागत किया। इस दौरान दोनों पहलवानों के परिवार के सदस्य, छत्रसाल स्टेडियम के पहलवान और दोनों पहलवानों के गांव के लोगों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान दोनों पहलवानों के गुरु महाबली सतपाल भी उनके साथ यहां पहुंचे। लोगों से मिले इतने प्यार को देखकर दीपक भावुक हो गए। उन्होंने कहा, 'मेरे पास कहने के लिए शब्द नहीं है। इस बार जो सम्मान मुझे मिला है, मैं इसे कभी नहीं भूल सकता। मैं उस दौरान थोड़ा भावुक भी हो गया था क्योंकि पापा, मम्मी घर के सभी लोग थे और उनके सामने सम्मानित होने से उन्हें मुझ पर गर्व हुआ होगा।'
एक महीने मैट से दूर रहेंगे दीपक : जब दीपक से बायें पैर की चोट से उबरने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, 'पैर और आंख की चोट में थोड़ा आराम है लेकिन अभी एक महीना पैर की चोट से ठीक होने में लग जाएगा। जबकि दायीं आंख के ऊपर की सूजन जल्दी ठीक हो जाएगी।' वहीं, रवि ने कहा, 'इस सम्मान से ही पता चलता है कि इस पदक की कितनी अहमियत है। मैं बहुत खुश हूं और अब आगे की तैयार पर ध्यान दूंगा।'
बजरंग को लेने आए योगेश्वर : ओलंपिक पदक विजेता योगेश्वर दत्त अपने शिष्य बजरंग को लेने एयरपोर्ट पर पहुंचे। इस दौरान बजरंग और योगेश्वर के दोस्त भी वहां उपस्थित थे।