ओलंपिक मेडल हासिल करने के लिए पसीना बहा रही अंशु मलिक, कहा- कमियों को दूर करने पर फोकस
दैनिक जागरण से बातचीत में अंशु ने कहा ओलंपिक में मेरे सामने जापान चीन व नाइजीरिया की चार-पांच मजबूत पहलवान होंगी। ओलंपिक कोटा मिलने के बाद पिछले एक महीने में इन सभी प्रतिद्वंद्वी पहलवानों के वीडियो देखे हैं और उनकी कमजोरियों व मजबूतियों को नोट किया है।
कर्मपाल गिल, जींद। भारतीय महिला पहलवानी का चमकता सितारा हैं अंशु मलिक। दो साल पहले जूनियर वर्ग में होते हुए भी सीनियर राष्ट्रीय खेला और स्वर्ण पदक झटका। एक के बाद एक जीत दर्ज करते हुए 57 किग्रा भार वर्ग में देश की नंबर वन पहलवान बन गईं। अब टोक्यो ओलंपिक में देश को पदक दिलाने के लिए अंशु ने सोमवार से पोलैंड में प्रैक्टिस शुरू कर दी है।
दैनिक जागरण से बातचीत में अंशु ने कहा, "ओलंपिक में मेरे सामने जापान, चीन व नाइजीरिया की चार-पांच मजबूत पहलवान होंगी। ओलंपिक कोटा मिलने के बाद पिछले एक महीने में इन सभी प्रतिद्वंद्वी पहलवानों के वीडियो देखे हैं और उनकी कमजोरियों व मजबूतियों को नोट किया है। अब मेरा फोकस यह है कि इन पहलवानों को किस तरह पराजित कर सकूं। इनके अटैक से कैसे बचूं, कहां से अटैक करना है, प्वाइंट कैसे हासिल करना है, इन सभी चीजों पर पिछले एक महीने से काम कर रही हूं।"
आगे उन्होंने कहा, "पांच जून की रात को दिल्ली से पोलैंड के लिए फ्लाइट पकड़ी थी। यहां नौ से 11 जून तक रैंकिंग टूर्नामेंट में हिस्सा लूंगी। इसके बाद एक महीने तक भारतीय टीम का यहीं पर कैंप लगेगा। उसके बाद का अभी शेड्यूल नहीं है। पार्टनरशिप के लिए सीनियर खिलाड़ी अनीता श्योराण आई हैं। उनका काफी अच्छा सहयोग मिल रहा है।"
"एशिया चैंपियनशिप के बाद लॉकडाउन लग गया था। इस कारण कैंप नहीं लग पाया। ऐसे में अपने गांव निडानी के सुरेंद्र सिंह मेमोरियल खेल स्कूल में अनीता श्योराण व कोच जगदीश श्योराण ने प्रैक्टिस कराई। अब पोलैंड में अपनी कमियों को दूर करने पर काम करूंगी। टोक्यो ओलंपिक के लिए पूरी तरह तैयार हूं।"
"ग्राउंड पोजीशन की कमजोरी दूर करने पर फोकस : देश में हर समय अंशु के साथ रहने वाले पिता धर्मवीर मलिक बताते हैं कि ग्राउंड पोजीशन में बेटी थोड़ी कमजोर है। उसको दूर करने पर फोकस किया है। स्टैंडिंग में काफी मजबूत है, उसको और निखारा जाएगा। ओलंपिक में चुनौती देने वाली सभी लड़कियों की टेक्निक वीडियो से देख चुकी है। उन पर जीत कैसे हासिल की जाए, इस पर काम किया जा रहा है।"