मां को डर लगता था इसलिए विनेश फोगाट को नहीं देखने देती थी एक भी मैच
विनेश ने कहा “रियो ओलंपिक की चोट के बाद से मेरी मां ने मेरे सभी मैचों को देखना ही बंद कर दिया था। उसे डर लगता था कि मैं फिर से अपने पैर में चोट लगा लूंगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट को चोट के कारण बीच में ही अपना मैच छोड़कर रियो ओलंपिक से बाहर होना पड़ा था। इसके बाद वह कुछ सप्ताह तक व्हीलचेयर पर रहीं थी। इस दर्द को फोगाट अभी तक नहीं भूली हैं और यहां तक इस चोट के बाद उनकी मां ने उनके मैच देखने बंद कर दिए थे।
उन्होंने कहा, “रियो ओलंपिक की चोट के बाद से मेरी मां ने मेरे सभी मैचों को देखना ही बंद कर दिया था। उसे डर लगता था कि मैं फिर से अपने पैर में चोट लगा लूंगी। हालांकि वह अगर देखती भी तो वह चिल्ला चिल्लाकर दूसरों के लिए मुश्किल पैदा कर देती कि अरे, मेरी बेटी की टांग छोड़ दे, तोड़ ना दियो।"
फोगाट ने बुधवार को यहां विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक के साथ भारत को टोक्यो आलंपिक का कोटा दिलाया था। अपने पहलवान पति सोमबीर राठी के बारे में उन्होंने कहा, "उन्होंने भले ही पदक नहीं जीते हों लेकिन कुश्ती के दांव पेच में वह बहुत चतुर हैं।"
ओलंपिक क्वालीफिकेशन के अहम मुकाबले में मैट पर परिस्थितियों के अनुरूप विनेश ने कोचों द्वारा बताई गई रणनीति में बदलाव किया और जीत हासिल की। कोच वूलर एकोस ने विनेश को सारा एन हिल्डरब्रांट से दूर रहने के साथ उसके दायें हाथ को रोकने और पैरों को बचाने की रणनीति सुझाई थी लेकिन विनेश ने मैट पर परिस्थितियों के हिसाब से इसका उलट किया और जीत हासिल की।