खेलों इंडिया के दो चैंपियन CWG में प्रदर्शन के लिए तैयार
मनु भाकर और श्रीहरि नटराज दो ऐसी प्रतिभा हैं, जो भारतीय सरकार द्वारा आयोजित किए गए खेलों इंडिया से निकलकर सामने आए हैं।
नई दिल्ली। मनु भाकर और श्रीहरि नटराज दो ऐसी प्रतिभा हैं, जो भारतीय सरकार द्वारा आयोजित किए गए खेलों इंडिया से निकलकर सामने आए हैं। दोनों ही खिलाड़ी अब कॉमनवेल्थ गेम्स में पदार्पण के लिए तैयार हैं।
मनु ने जहां महिलाओं की 10मी एयर पिस्टल स्पर्धा में 241.1 का स्कोर करके पिछले साल दिसंबर में राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप का 240.5 का अपना रिकॉर्ड ही तोड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता तो वहीं, श्रीहरि ने तैराकी में 100मी बैकस्ट्रोक में स्वर्ण पदक और रजत पदक अपने नाम किए। श्रीहरि ने कहा कि खेलों इंडिया में भाग लेना उनकी कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियों का एक हिस्सा था। श्रीहरि ने कहा कि मैं 56.50 के लक्ष्य को लेकर रेस खत्म करना चाहता था, क्योंकि मुझे यूथ ओलंपिक गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए तैयारी करनी थी। श्रीहरि ने दो साल की उम्र से तैराकी की शुरुआत की थी। मां के समर्थन की वजह से वह अपने बड़े भाई के साथ तैराकी सीखने जाते थे। इसके बाद श्रीहरि को तैराकी सीखने और फिर इसे जुनून की तरह लेने में ज्यादा समय नहीं लगा।
वहीं दूसरी ओर हरियाणा के झज्जर की रहने वाली 16 वर्षीय मनु दो साल के छोटे से करियर में ही राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुकी हैं। मनु ने अपने पहले ही सीनियर निशानेबाजी विश्व कप में दो स्वर्ण पदक जीतकर सभी को चौंका दिया। इसके बाद मनु ने जूनियर विश्व कप में भी तीन स्वर्ण पदक जीतकर अपनी कॉमनवेल्थ गेम्स की तैयारियां को भी पुख्ता कर दिया। मनु के पिता रामकिशन भाकर ने बताया कि वह किसी भी खेल को बहुत जल्दी सीख लेती है, लेकिन मनु की समस्या यह है कि वह बहुत जल्दी किसी भी खेल से उकता जाती है। कई बार खेलों में अनुचित व्यवहार होने की वजह से भी वह निराश हो जाती थी और उसके बाद उस खेल को खेलना ही बंद कर देती थी।