Tokyo Paralympics : बैडमिंटन सिंगल्स के सेमीफाइनल में भगत ; सुहास, कृष्णा और तरुण का जीत से आगाज
टोक्यो पैरालिंपिक में पहली बार खेले जा रहे बैडमिंटन खेल में भारत के एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन किया है। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी प्रमोद भगत ने गुरुवार को पुरुष सिंगल्स स्पर्धा के ग्रुप-ए के अपने दूसरे मैच में यूक्रेन के ओलेक्सांद्गे चिरकोव को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई।
टोक्यो, प्रेट्र। टोक्यो पैरालिंपिक में पहली बार खेले जा रहे बैडमिंटन खेल में भारत के एथलीटों ने शानदार प्रदर्शन किया है। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी प्रमोद भगत ने गुरुवार को टोक्यो पैरालिंपिक की पुरुष सिंगल्स स्पर्धा के ग्रुप-ए के अपने दूसरे मैच में यूक्रेन के ओलेक्सांद्गे चिरकोव को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई, जबकि देश के अन्य बैडमिंटन खिलाड़ी सुहास एल यतिराज, कृष्णा नागर और तरुण ढिल्लो ने भी उम्मीद के मुताबिक अच्छा प्रदर्शन किया। गत विश्व चैंपियन 33 साल के भगत ने चिरकोव को 26 मिनट में 21-12, 21-9 से हराया और अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहते हुए एसएल-3 वर्ग के अंतिम चार में जगह बनाई।
भगत ने कहा, 'आज मैं लय में था और काफी अच्छा खेला। ओलेक्सांद्र चिरकोव अच्छे खिलाड़ी हैं और मैच में उन्होंने कुछ अच्छे शाट खेले। मुझे बेहद खुशी है कि मैं सेमीफाइनल में पहुंच गया हूं। नाकआउट शुरू होने के साथ अब यहां से चीजें मुश्किल होंगी। मेरा ध्यान एक बार में एक मैच पर है और मिक्स्ड डबल्स के अंतिम लीग मैच पर भी, जो हमारे लिए करो या मरो का मुकाबला होगा।' भगत और पलक कोहली शुक्रवार को मिक्स्ड डबल्स के एसएल-तीन-एसयू-पांच वर्ग में शुक्रवार को सिरिपोंग तेमारोम और निपादा सेनसुपा से भिड़ेंगे।
सुहास, कृष्णा और तरुण भी जीते
अन्य भारतीय पैरा बैडमिंटन खिलाडि़यों में गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी (डीएम) सुहास एल यतिराज, कृष्णा नागर और तरुण ढिल्लो ने भी पुरुष सिंगल्स में अपने अभियान की शुरुआत जीत के साथ की। 38 वर्षीय सुहास ने एसएल-चार वर्ग में सिर्फ 19 मिनट में जर्मनी के येन निकलास पोट को 21-9, 21-3 से हराया। एसएल-चार वर्ग के ग्रुप बी में 27 साल के तरुण को भी अधिक पसीना नहीं बहाना पड़ा और थाइलैंड के सिरीपोंग तेमारोम को सिर्फ 23 मिनट में 21-7, 21-13 से हराया। दूसरी वरीय कृष्णा ने ग्रुप-बी एसएच-छह वर्ग में मलेशिया के तारेशा दिदिन को 33 मिनट में 22-20, 21-10 से हराया।
महिलाओं में चमकीं पलक
महिला सिंगल्स एसयू-पांच वर्ग में पलक ने जेहरा को 27 मिनट में 21-12, 21-18 से हराया। भारतीय खिलाड़ी को अपने पहले मुकाबले में जापान की अयाको सुजूकी के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इससे पहले सुबह के सत्र में 19 साल की पलक और पारुल परमार की जोड़ी को एसएल-तीन-एसयू-पांच वर्ग के ग्रुप-बी के महिला डबल्स मुकाबले में चेंग हेफांग और मा हुईहुई की चीन की दूसरी वरीय जोड़ी के खिलाफ 7-21, 5-21 से बुरी हार का सामना करना पड़ा। वहीं एसएल-तीन वर्ग में 48 साल की पारुल को महिला सिंगल्स के ग्रुप डी में भी चीन की चेंग हेफांग के खिलाफ 18 मिनट में 8-21, 2-21 से बुरी हार का सामना करना पड़ा।
सेमीफाइनल में पहुंचीं प्राची
भारत की प्राची यादव ने महिला वीए सिंगल्स 200 मीटर कैनोइंग स्पि्रंट स्पर्धा के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई किया।भोपाल की 26 साल की प्राची ने सी फारेस्ट वाटरवे में एक मिनट 11.098 सेकेंड का समय लिया। वह ग्रेट ब्रिटेन की एमा विग्स से 13.014 सेकेंड पीछे रहीं, जिन्होंने 58.084 सेकेंड का समय लिया। सेमीफाइनल मुकाबला शुक्रवार को होगा।
निशानेबाज राहुल पांचवें स्थान पर रहे
भारतीय निशानेबाज राहुल जाखड़ गुरुवार को पैरालिंपिक खेलों की पी-तीन मिक्स्ड 25 मीटर पिस्टल एसएच-1 स्पर्धा में पांचवें स्थान पर रहे। 35 साल के जाखड़ फाइनल्स में सातवीं सीरीज खत्म होने के बाद बाहर हो गए। उन्होंने क्वालीफाइंग में 576 के स्कोर से दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल्स के लिए क्वालीफाई किया था, जिसमें प्रिसिजन में 284 और रैपिड चरण में 292 अंक थे। यह अभी तक उनका सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन है। अन्य भारतीयों में आकाश क्वालीफिकेशन में 551 (प्रिसिजन में 278 और रैपिड में 273) के अंक से 20वें स्थान पर रहने के कारण फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर सके।
अरुणा का अभियान समाप्त
भारत की अरुणा तंवर गुरुवार को महिला ताइक्वांडो के-44 वर्ग की 49 किग्रा स्पर्धा के रेपचेज दौर से हटने के लिए बाध्य होना पड़ा क्योंकि वह शुरुआती बाउट के दौरान गंभीर रूप से चोटिल हो गई थीं पर इसके बावजूद क्वार्टर फाइनल में खेली थीं। अरुणा का सामना रेपचेज में अजरबैजान की 10वीं वरीय रोयाला फतालियेवा से होना था। क्वार्टर फाइनल में उन्हें पेरू की चौथी वरीय एस्पिनोजा कारांजा के खिलाफ एकतरफा मुकाबले में 21-84 से हार झेलनी पड़ी थी। मुख्य ड्रा के क्वार्टर फाइनल में हारने वाले सभी खिलाड़ी रेपचेज दौर में जगह बनाते हैं जहां खिलाड़ी को कांस्य पदक जीतने के लिए तीन मुकाबले जीतने होते हैं। लेकिन भारत की 12वीं वरीय अरुणा के लिए रेपचेज में मिला मौका काम नहीं आया क्योंकि वह सर्बिया की पांचवीं वरीय डेनिजेला योवानोविच पर 29-9 से उलटफेर भरी जीत दर्ज करने के दौरान दायें पैर में चोट लगा बैठीं थीं, जिसने उनका अभियान समाप्त कर दिया।