Tokyo Paralympics: सोमन राणा का शानदार प्रदर्शन, चौथे स्थान पर रहे
Tokyo Paralympics 2020 Soman Rana misses medal finishes 4th in shot put 38 वर्ष के राणा ने पहले प्रयास में 13.81 मीटर का थ्रो लगाया। ब्राजील के विश्व रिकार्डधारी मौजूदा चैंपियन थियागो पोउलिनो डोस सांतोस ने 15.10 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता।
टोक्यो, पीटीआइ। भारत के सोमन राणा ने पुरुषों की गोला फेंक एफ57 स्पर्धा में चौथा स्थान हासिल किया, जबकि कशिश लाकड़ा और एकता भयान महिलाओं के क्लब थ्रो एफ51 फाइनल में छठे और आठवें स्थान पर रहीं। 38 वर्ष के राणा ने पहले प्रयास में 13.81 मीटर का थ्रो लगाया। ब्राजील के विश्व रिकार्डधारी मौजूदा चैंपियन थियागो पोउलिनो डोस सांतोस ने 15.10 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता।
रियो पैरालिंपिक चैंपियन वुन ने रजत पदक जीता, जबकि ब्राजील के मार्को ओरेलियो बोर्गेस ने कांस्य पदक हासिल किया। महिलाओं के क्लब थ्रो एफ51 वर्ग में लाकड़ा और भयान ने सत्र का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करते हुए 12.66 मीटर और 8.38 मीटर के थ्रो फेंके, लेकिन छठे और आठवें स्थान पर रहीं।
अर्थशास्त्र से पदक जीतने में मिली काफी : हरविंदर
हरविंदर सिंह का मानना है कि अर्थशास्त्र की पढाई के दौरान किया गया शोध और विश्लेषण काफी काम आया। पटियाला स्थित पंजाबी विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहे सिंह ने कहा, 'अर्थशास्त्र में हिसाब किताब अहम होता है और मैंने अपने खेल में इसका इस्तेमाल किया। अपनी सोच में उसे डाला और उससे पदक जीतने में मदद मिली।'
लंदन ओलिंपिक के बाद शुरू की तीरंदाजी
हरविंदर ने 2012 लंदन ओलिंपिक के दौरान पहली बार टेलीविजन पर तीरंदाजी के मैचों को देखना शुरू किया। यहीं से हरविंदर ने भी एक तीरंदाज बनने की ठान ली और राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीतने के बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपना लोहा मनवाया। कोरोना वायरस के कारण सभी खिलाड़ी घर पर थे और कई खिलाड़ी अभ्यास नहीं कर पा रहे थे। इस बीच भी हरविंदर ने हार नहीं मानी और उनके पिता परमजीत सिंह ने हरविंदर के लिए अपने खेत को तीरंदाजी रेंज में बदल दिया था। जहां से अभ्यास करते हुए हरविंदर ने तीरंदाजी में भारत को पहला पदक दिलाकर अब इतिहास रच दिया है।