कोरोना टेस्ट के दौरान जख्मी हुई के श्रीकांत भड़के, कहा- खून बहाने नहीं आए हैं यहां
कोविड-19 के कई टेस्ट के बाद विश्व के पूर्व नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत की नाक से खून बहने लगा। थाइलैंड ओपन के स्वास्थ्य अधिकारियों के गलत व्यवहार से नाराज इस भारतीय शटलर ने मंगलवार को कहा कि यह अस्वीकार्य है।
बैंकॉक, पीटीआइ। कोरोना संक्रमण फैलने के बाद से लगातार घर पर बैठे भारतीय बैटमिंटन खिलाड़ी पहली बार किसी टूर्नामेंट में भाग लेने भारत के बाहर गए हैं। यहां खिलाड़ियों से जुड़ी चिंताजनक खबर सुनने को मिल रही है। मंगलवार सुबह पहले सायना नेहवाल और एचएस प्रणय के कोरोना पॉजिटिव होने की खबर आई और फिर के श्रीकांत के कोरोना टेस्ट के दौरान जख्मी होने की बात पता चली।
मंगलवार की शाम तो सायना के कोरोना टेस्ट की चौथी रिपोर्ट नेगेटिव आई लेकिन श्रीलंका के साथ हुई घटना अस्वीकार्य है। कोविड-19 के कई टेस्ट के बाद विश्व के पूर्व नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत की नाक से खून बहने लगा। थाइलैंड ओपन के स्वास्थ्य अधिकारियों के गलत व्यवहार से नाराज इस भारतीय शटलर ने मंगलवार को कहा कि यह अस्वीकार्य है।
श्रीकांत ने ट्विटर पर लिखा, 'हम मैच के लिए अपना ध्यान रखते हैं और इसके लिए खून बहाने के लिए नहीं आए हैं। हालांकि यहां पहुंचने के बाद मेरे चार टेस्ट किए गए और मैं यह नहीं कह सकता कि इनमें किसी का भी अनुभव अच्छा रहा। यह अस्वीकार्य है।'
We take care of ourselves for the match not to come and shed blood for THIS . However , I gave 4 tests after I have arrived and I can’t say any of them have been pleasant .
Unacceptable pic.twitter.com/ir56ji8Yjw— Kidambi Srikanth (@srikidambi) January 12, 2021
उन्होंने चौथी बार टेस्ट किए जाने के बाद अपनी नाक से खून बहने की तस्वीर भी साझा की है। इस 27 वर्षीय खिलाड़ी को अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को हमवतन सौरभ वर्मा के खिलाफ करनी है। विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने कहा कि एक चिकित्सक श्रीकांत का उपचार कर रहा है और उसे चिकित्सा संबंधी स्पष्टीकरण का इंतजार है।
बीडब्ल्यूएफ के अधिकारी ने कहा, 'रोग नियंत्रण विभाग और कोविड-19 टेस्ट दल से जुड़ा एक चिकित्सक श्रीकांत का उपचार कर रहा है। बीडब्ल्यूएफ को अब भी थाइलैंड बैडमिंटन संघ और रोग नियंत्रण विभाग से इसके कारणों के बारे में चिकित्सकीय स्पष्टीकरण का इंतजार है।'