प्रवीण मामले में सुशील के पास सोमवार तक जवाब देने का समय
सुशील से प्रवीण विवाद में डब्ल्यूएफआई ने सोमवार तक जबाव देने को कहा है।
नई दिल्ली। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार के पास भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआई) से मिले नोटिस का जवाब देने के लिए सोमवार को अंतिम दिन है और संघ को उम्मीद है कि यह दिग्गज पहलवान इस मामले पर अपनी राय जरूर रखेगा।
भारतीय पहलवान प्रवीण राणा से सुशील के खिलाफ मिली लिखित शिकायत पर डब्ल्यूएफआई ने पूर्व विश्व चैंपियन सुशील के खिलाफ तीन दिन का नोटिस जारी किया था। डब्ल्यूएफआई के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा कि हमें राणा से सुशील के खिलाफ शिकायत पहले मिल गई थी और इस मामले को हमारी अनुशासनात्मक समिति देख रही है। इस मामले को लेकर हमने सुशील को नोटिस जारी किया था और तीन के अंदर उनसे जवाब देने के लिए कहा। सोमवार को उनके पास जवाब देने का अंतिम दिन है, उम्मीद है कि वह जवाब देंगे। जब उनसे पूछा कि अगर सुशील का जवाब नहीं आता है तो फिर डब्ल्यूएफआई आगे क्या फैसला लेगी, तो उन्होंने कहा कि अभी हम सिर्फ उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं। वह जवाब जरूर देंगे।
पिछले साल दिसंबर के अंत में राष्ट्रमंडल खेलों और सीनियर एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के चयन ट्रायल में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी प्रवीण को 74 किग्रा फ्री स्टाइल स्पर्धा में 7-3 से हराकर सुशील ने इन अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में खेलने का कोटा हासिल किया था। हालांकि, इसके बाद प्रवीण ने आरोप लगाया था कि रेफरियों की मिलीभगत से सुशील ने मुकाबला बेईमानी से जीता। फिर इसके बाद सुशील एक और मुसीबत में फंस गए जब राणा ने उनके खिलाफ डब्ल्यूएफआई में लिखित में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके और उनके भाई नवीन राणा के साथ मारपीट सुशील के इशारों पर हुई थी। इसके साथ राणा ने सुशील के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई।
खेल मंत्रालय ने नहीं लिया कोई संज्ञान
भारतीय पहलवान प्रवीण राणा ने कहा कि मैंने सुशील के खिलाफ खेल मंत्रालय में भी लिखित शिकायत दी थी, लेकिन मंत्रालय ने अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया। डब्ल्यूएफआई इस पर अपना काम कर रहा है, लेकिन मंत्रालय ने मुझसे कोई संपर्क नहीं किया। मुझे पता चला कि सुशील को डब्ल्यूएफआई ने नोटिस जारी किया और उनसे जवाब मांगा है। मेरी भी इस पर नजर है कि वह क्या जवाब देते हैं।
उन्होंने कहा कि मेरी संघ के अध्यक्ष बृजभूषण से मुलाकात नहीं हो पाई है। उनसे मुलाकात के बाद मैं आगे का रास्ता तय करूंगा। मैंने अपना काम लिखित शिकायत करके पूरा कर दिया अब डब्ल्यूएफआई और पुलिस इस पर निष्पक्ष होकर काम करें। मेरा ध्यान प्रो कुश्ती लीग में सुशील को हराने पर है और लीग तक मैं इस मामले पर ज्यादा समय भी नहीं दे पाऊंगा। इस दौरान कोई फैसला नहीं निकला तो मैं लीग के खत्म होने के बाद इस पर काम करूंगा। मुझे पुलिस से आश्वासन मिला है कि वह लीग के दौरान मेरी सुरक्षा का ध्यान रखेंगे।