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बेलग्रेड मुक्केबाजी : सुमित और निखत ने जीते गोल्ड मेडल, भारत ने टूर्नामेंट में कुल 13 पदकों पर जमाया कब्जा

सुमित सांगवान (91 किग्रा) और निखत जरीन (51 किग्रा) समेत तीन भारतीय मुक्केबाजों ने सर्बिया में हुए 56वें बेलग्रेड अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 29 Apr 2018 09:12 PM (IST)Updated: Sun, 29 Apr 2018 09:12 PM (IST)
बेलग्रेड मुक्केबाजी : सुमित और निखत ने जीते गोल्ड मेडल, भारत ने टूर्नामेंट में कुल 13 पदकों पर जमाया कब्जा
बेलग्रेड मुक्केबाजी : सुमित और निखत ने जीते गोल्ड मेडल, भारत ने टूर्नामेंट में कुल 13 पदकों पर जमाया कब्जा

नई दिल्ली, प्रेट्र। सुमित सांगवान (91 किग्रा) और निखत जरीन (51 किग्रा) समेत तीन भारतीय मुक्केबाजों ने सर्बिया में हुए 56वें बेलग्रेड अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। हिमांशु शर्मा (49 किग्रा) तीसरे मुक्केबाज रहे, जिन्होंने अल्जीरिया के मुहम्मद तौआरेग को 5-0 से शिकस्त देकर पहला स्थान हासिल किया।

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इस तरह भारत ने टूर्नामेंट में तीन स्वर्ण, पांच रजत और पांच कांस्य सहित कुल 13 पदक जीतकर अपने अभियान का शानदार समापन किया। सुमित और निखत दोनों चोट से वापसी करने के बाद इस टूर्नामेंट में खेल रहे थे। कलाई की चोट से वापसी करने वाले एशियाई रजत पदकधारी सुमित ने इक्वाडोर के कास्टिलो टोरेस को सर्वसम्मत फैसले में 5-0 से शिकस्त दी। उन्होंने इस पदक को अपने पिता सुरेंदर सांगवान को समर्पित किया। सुमित ट्रायल में हारने के कारण गोल्ड कोस्ट में नहीं जा सके थे। उन्होंने कहा, 'वह (पिता) मेरे लिए मजबूत स्तंभ रहे हैं। मैं इस पदक को उन्हें समर्पित करता हूं। मैंने कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए जितनी मेहनत की थी, उसका फायदा मुझे यहां मिला। मेरा हाथ अब बिल्कुल ठीक है।'

जूनियर विश्व चैंपियन रह चुकीं निखत भी कंधे की चोट से वापसी कर रही हैं। उन्होंने यूनान की ऐकैटरिनी पर 5-0 से जीत दर्ज की। हालांकि टीम के साथ कोई फिजियो नहीं था। महिलाओं में रजत पदक जीतने वाली मुक्केबाज जमुना बोरो (54 किग्रा) और राल्टे लालफाकमावी (81 किग्रा से अधिक) रहीं। जमुना स्थानीय प्रबल दावेदार एंदजेला ब्रैंकोविच से 1-4 से पराजित हुई तो लालफाकमावी को तुर्की की देमिर सेनुर ने 3-2 से हराया।

पुरुषों के ड्रॉ में लालदिनमाविया (52 किग्रा), वरिंदर सिंह (56 किग्रा) और पवन कुमार (69 किग्रा) को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। लालदिनमाविया को कोरिया के किम इंकिन से 0-5 से, जबकि वरिंदर को ब्राजील के अरिलसोन गोंकालवेज से 2-3 से पराजय मिली। पवन को क्रोएशिया के पीटर सेटिनिच ने 4-1 से शिकस्त दी। इससे पहले नरेंदर (91 किग्रा से अधिक) ने पुरुष स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था।

महिलाओं में राजेश नरवाल (48 किग्रा), प्रियंका ठाकुर (60 किग्रा), रूमी गोगोई (75 किग्रा) और निर्मला रावत (81 किग्रा) ने कांस्य पदक अपने नाम किया था।


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