खेल मंत्रालय का बड़ा ऐलान, देशभर में जिला स्तर पर बनेंगे 1000 खेलो इंडिया सेंटर
खेल मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि भारत में जिला स्तर पर 1000 खेलो इंडिया सेंटर बनेंगे जिसमें पूर्व चैंपियन खिलाड़ियों को नौकरी करने का अवसर मिलेगा।
नई दिल्ली, आइएएनएस। भारत के खेल मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बड़ा ऐलान किया है। भारत सरकार के इस फैसले से तमाम पूर्व चैंपियन खिलाड़ियों की आंखें चमक उठी होंगी, क्योंकि उनकी आमदनी का जरिया बढ़ने जा रहा है। जी हां, पूर्व चैंपियनों की देखरेख में जमीनी स्तर पर खिलाड़ियों को ट्रेनिंग देने और खेल पारिस्थितिकी तंत्र में उनके लिए आय का एक निरंतर स्नोत सुनिश्चित करने के लिए खेल मंत्रालय ने देशभर में खेलो इंडिया सेंटर यानी केआइसी खोलने का फैसला किया है।
खेल मंत्रालय देशभर में जिला स्तर पर 1000 खेलो इंडिया सेंटर (केआइसी) स्थापित करेगी, जिसमें पूर्व चैंपियन खिलाड़ियों को नौकरी मिलेगी। खेल मंत्रालय के मुताबिक, ये सेंटर पूर्व चैंपियनों द्वारा संचालित किए जाएंगे या फिर यह पूर्व चैंपियन खिलाड़ी इन सेंटरों में कोच की भूमिका में होंगे। अभी तक देश के बहुत कम जिले ही ऐसे हैं जहां खेल की सुविधाएं हैं, लेकिन कई जिलों में एक बड़ा मैदान भी बहुत मुश्किल से देखने को मिलता है।
खेलो इंडिया सेंटर खोलने का उद्देश्य भारत सरकार का ऐसा है कि इससे भारत की ओलंपिक में ज्यादा पदक लाने की योजनाओं को बल मिलेगा। पिछले चैंपियन की पहचान करने के लिए एक शॉर्टलिस्टिंग मैकेनिज्म तैयार किया गया है जो या तो अपनी अकादमी स्थापित करने या फिर केआइसी में कोच के रूप में काम करने के योग्य होंगे। हालांकि, अभी इन सेंटरों की रूपरेखा क्या होगी, इस पर कोई फैसला नहीं किया गया है।
उम्मीद की जा रही है कि खेलो इंडिया सेंटरों में युवा खिलाड़ियों को ज्यादा से ज्यादा इंडोर गेम्स की प्रैक्टिस करने और उनके बारे में सीखने का मौका मिलेगा, क्योंकि अगर जिला स्तर पर एक बड़ा मैदान सरकार खरीदती है या फिर अपनी जमीन पर सेंटर खोलती है तो उसमें खर्चा बहुत ज्यादा आएगा। ऐसे में उम्मीद यही की जा रही है कि प्राथमिक तौर पर खेलो इंडिया सेंटर इंडोर गेम्स पर ज्यादा आधारित होंगे।