एनबीए में जा चुके पहले भारतीय खिलाड़ी सतनाम सिंह डोप में फंसे, दो साल का लगा बैन
नाडा की ओर से लगाया गया प्रतिबंध 19 नवंबर 2019 से लागू होगा और 18 नवंबर 2021 को खत्म होगा। इस दौरान वह भारत के लिए किसी भी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। पंजाब के खिलाड़ी को 2015 में एनबीए टीम डलास मेवरिक्स में चुना गया था।
नई दिल्ली, आइएएनएस। अमेरिकी बास्केटबॉल लीग एनबीए की टीम में शामिल हुए पहले भारतीय खिलाड़ी सतनाम सिंह भामरा पर दो वर्ष का प्रतिबंध लगाया गया है। वह पिछले वर्ष नवंबर में डोपिंग परीक्षण में विफल रहे थे, जिसके बाद राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया था।
नाडा की ओर से लगाया गया प्रतिबंध 19 नवंबर 2019 से लागू होगा और 18 नवंबर 2021 को खत्म होगा। इस दौरान वह भारत के लिए किसी भी प्रतियोगिता में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। पंजाब के खिलाड़ी को 2015 में एनबीए टीम डलास मेवरिक्स में चुना गया था। सतनाम दक्षिण एशियाई खेलों (सैग) की तैयारियों के लिए लगाए गए शिविर के दौरान नाडा की ओर से बेंगलुरु में टूर्नमेंट के बाहर आयोजित हुए परीक्षण में विफल रहे थे।
उस वक्त भामरा ने इससे इन्कार किया था, लेकिन बाद में उन्होंने स्वीकार कर लिया था। भामरा ने व्यक्तिगत कारणों से एक दिसंबर से शुरू हुए 13वें दक्षिण एशियाई खेलों से हटने का फैसला किया था। 7.2 फिट का यह खिलाड़ी सैग के लिए बेंगलुरु के साई सेंटर में ट्रेनिंग कर रहा था।
नाडा के नियमों के अनुसार एक एथलीट के पास ए नमूने का नोटिस मिलने के सात दिन के अंदर बी नमूने की जांच कराने का अधिकार है। अगर बी नमूना भी पॉजिटिव पाया जाता है तो उसके मामले की सुनवाई नाडा के डोपिंग रोधी अनुशासनात्मक पैनल द्वारा होती है जो फैसला करता है कि सजा दी जाए या नहीं।