एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप : साइना सेमीफाइनल में, सिंधू और श्रीकांत हारे
साइना नेहवाल ने शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
वुहान (चीन), प्रेट्र। कॉमनवेल्थ गेम्स में दो बार स्वर्ण पदक जीतने वाली साइना नेहवाल ने शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए एशियाई बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। उन्होंने महिला सिंगल्स वर्ग के क्वार्टर फाइनल में दक्षिण कोरिया की गैरवरीय ली जांग मी को मात दी।
पूर्व विश्व नंबर एक साइना ने जांग को 43 मिनट तक चले मुकाबले में 21-15, 21-13 से हराया। अंतिम-चार में उनका मुकाबला विश्व की नंबर एक खिलाड़ी चीनी ताइपे की ताई जू यिंग या चीन की आठवीं वरीय ही बिंगजिआओ से होगा।
हालांकि, ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू और शीर्ष वरीय किदांबी श्रीकांत को सीधे गेमों में हार के बाद टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। हाल ही में कॉमनवेल्थ गेम्स में रजत जीतने वाली सिंधू को कोरिया की आठवीं वरीय सुंग जी ह्यून ने 21-19, 21-10 से हराया। वहीं, श्रीकांत एक बार फिर मलेशिया के ली चोंग वेई की चुनौती पार नहीं कर सके। पांचवीं वरीय ली चोंग ने शीर्ष वरीय श्रीकांत को 21-12, 21-15 से हराया।
साइना ने दिखाया दम : आत्मविश्वास से भरी साइना ने क्रमश: 3-8 और 9-13 से पिछडऩे के बाद वापसी की और पहले स्कोर 14-13 किया, उसके बाद पहला गेम अपने नाम कर लिया। विश्व की 15 नंबर की कोरियाई खिलाड़ी दूसरे गेम में वापसी नहीं कर सकीं और साइना ने 8-1 की बढ़त बना ली। हालांकि बाद में उन्होंने स्कोर 8-12 कर दिया था, लेकिन इसके बाद साइना ने तेजी दिखाई और बिना किसी परेशानी के गेम और मैच जीत लिया।
लय में नहीं दिखीं सिंधू : दूसरी ओर, सिंधू 2015 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य विजेता सुंग जी से पार पाने में नाकाम रहीं। दोनों के बीच अब तक हुए 11 मुकाबलों में सिंधू ने सात जीते हैं। 22 वर्षीय सिंधू पहले गेम में 16-12 की बढ़त का फायदा नहीं उठा सकीं और उन्होंने पहला गेम सुंग की झोली में डाल दिया। दूसरे गेम में वह शुरू से लय में नहीं दिखीं और सुंग ने 5-1 की बढ़त बना ली, जिसे उन्होंने मध्यांतर तक बढ़ाकर 11-9 कर दिया। इसके बाद सुंग ने सात सीधे अंकों की मदद से अपनी बढ़त दोगुनी कर दी और भारतीय खिलाड़ी के लिए जीत का रास्ता बंद कर दिया।
भारी पड़े वेई : कॉमनवेल्थ गेम्स की मिक्स्ड टीम में चोंग वेई को मात देकर स्पर्धा में देश को पहला स्वर्ण पदक दिलाने वाले श्रीकांत से यहां काफी उम्मीदें थीं, लेकिन मलेशियाई खिलाड़ी ने उन्हें हराने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। वेई ने पहले गेम में 13-4 से बढ़त बनाई और बिना किसी मुश्किल के इसे जीत लिया। दूसरे गेम में भी उन्होंने 10-8 की बढ़त बनाई और फिर श्रीकांत को वापसी करने का मौका नहीं दिया।