कोरोना वायरस डायरी: रूस ने विश्व कप मेजबानी के लिए घूंस के आरोपों को खारिज किया
रूस की सरकार ने 2018 में हुए विश्व कप की मेजबानी हासिल करने के लिए फीफा के अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोपों को साफ तौर पर खारिज कर दिया।
मास्को, एएफपी। रूस की सरकार ने 2018 में हुए विश्व कप की मेजबानी हासिल करने के लिए फीफा के अधिकारियों को रिश्वत देने के आरोपों को साफ तौर पर खारिज कर दिया। सरकार के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि रूस ने कानूनी तौर पर विश्व कप के आयोजन का अधिकार हासिल किया था। फीफा से बातचीत का रिश्वत से संबंधित नहीं था। हम इन आरोपों को खारिज करते है।
रूस ने फुटबॉल इतिहास के सबसे अच्छे विश्व कप में से एक का आयोजन किया और हमें इस पर गर्व है। अमेरिका के न्याय विभाग ने सोमवार को दस्तावेज जारी किया था जिसके मुताबिक फीफा के अधिकारियों को रूस को 2018 विश्व कप और कतर ने 2022 विश्व कप की मेजबानी के लिए उनके पक्ष में मतदान करने के लिए रिश्वत ली थी।
भारत में जून तक कोई अंतरराष्ट्रीय हॉकी नहीं
नई दिल्ली, जेएनएन। एफआइएच प्रो लीग के सीनियर पुरुष टीम के दो मुकाबले, जूनियर पुरुष एशिया कप और सीनियर महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी समेत कई हॉकी टूर्नामेंट कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित कर दिए गए हैं। ये टूर्नामेंट जून तक चलने थे। हॉकी इंडिया ने इसकी जानकारी दी।
खेल मंत्री रिजिजू ने समीक्षा की
नई दिल्ली। खेल मंत्री किरण रिजिजू ने कोविड-19 महामारी के कारण 21 दिन के लॉकडाउन के मद्देनजर खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा खिलाडि़यों को व्यस्त रखने की पहल की समीक्षा की। खेल मंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से देश भर के सभी साई केंद्रों के क्षेत्रीय निदेशकों के साथ बैठक की और स्थिति का जायजा लिया। एथलीटों को रोजाना के लाइव सत्रों से जुड़ना होता है, जहां विशेषज्ञ खेल के विभिन्न पहलुओं पर बात करते हैं जिसमें शारीरिक फिटनेस, पोषण आदि शामिल हैं।
खिलाडि़यों को डोपिंग का मौका नहीं देता कोरोना वायरस : वाडा
लंदन, एएफपी। विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) के अध्यक्ष विटोल्ड बांका ने खिलाडि़यों से कोरोना वायरस का सहारा लेकर किसी भी तरह की धोखाधड़ी करने के प्रति चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे ऐसा करते हैं तो यह उनका खुद के साथ ही धोखा होगा। कनाडा और रूस ने सार्वजनिक तौर पर घोषणा की है कि वे डोप परीक्षण के कार्यक्रमों को निलंबित कर रहे हैं जबकि ब्रिटिश डोपिंग रोधी एजेंसी ने परीक्षणों में काफी कमी कर दी है। बांका ने कहा कि कोविड-19 खिलाडि़यों को धोखाधड़ी का मौका नहीं देता है। उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि यह धोखा देने का समय है। अन्यथा डोपिंग रोधी एजेंसियां उन्हें पकड़ने के लिए अपने अन्य साधनों का उपयोग करेंगी।
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