पंजाब सरकार ने गोल्डन गर्ल मनदीप कौर को डीएसपी पद से हटाया, इस वजह से गई नौकरी
मनदीप तीन गोल्ड मेडल जीतने वाली पंजाब की दूसरी महिला खिलाड़ी हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। पंजाब सरकार ने अंतरराष्ट्रीय एथलीट मनदीप कौर को डीएसपी पद से हटा दिया है। सरकार का कहना है कि मनदीप ग्रेजुएट नहीं हैं। उन्होंने नियुक्ति पत्र लेते समय ग्रेजुएट न होने की बात स्पष्ट नहीं की थी, जबकि खेल कोटे से इस पद पर नियुक्ति के लिए ग्रेजुएट होना अनिवार्य है।
गोल्डन गर्ल के नाम से प्रसिद्ध एथलीट मनदीप कौर तीन बार एशियन गेम्स व चैंपियनशिप के अलावा 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। 2016 में अकाली-भाजपा सरकार ने नौ अंतरराष्ट्रीय खिलाडि़यों को पंजाब पुलिस में डीएसपी नियुक्त किया था। चीमा खुर्द तरनतारन की रहने वाली मनदीप ने राष्ट्रीय खेलों में 4 गुना 400 मीटर रेस में जलवा दिखाने के बाद 2007 में ओमान में एशियन चैंपियनशिप जीतकर अपना नाम किया था। हालांकि, 2008 ओलंपिक गेम्स में मनदीप देश की उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई थीं।
मनदीप 2008 में ओलंपिक में पहले राउंड में ही बाहर हो गई थीं। 2009 में फिर उन्होंने एशियन चैंपियनशिप जीत कर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। 2010 में हुए एशियन गेम्स व उसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स में 4 गुना 400 मीटर रेस में मनदीप ने गोल्ड मेडल जीता था। इसके बाद सरकार ने खेल नीति के तहत मनदीप सहित करीब एक दर्जन खिलाडि़यों को सरकार ने पंजाब पुलिस में नौकरी देने की घोषणा की थी, लेकिन 2012 से पहले किए गए वादे को अकाली-भाजपा सरकार ने 2016 में पूरा किया था।
26 दिसंबर, 2016 को तत्कालीन डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल ने मनदीप सहित नौ अंतरराष्ट्रीय खिलाडि़यों को पंजाब पुलिस में डीएसपी के पद पर नियुक्ति पत्र सौंपे थे। इनमें हॉकी खिलाड़ी मनप्रीत सिंह, आकाशदीप सिंह, सरवनजीत सिंह, रमनदीप सिंह, गुरविंदर सिंह व धरमबीर सिंह सहित एथलेटिक्स से अमनदीप कौर व खुशदीप कौर भी शामिल थीं।
तीन गोल्ड मेडल जीतने वाली पंजाब की दूसरी महिला
मनदीप तीन गोल्ड मेडल जीतने वाली पंजाब की दूसरी महिला खिलाड़ी हैं। ग्रेजुएट न होने के कारण गृह विभाग ने डीएसपी पद के लिए उनकी नियुक्ति रद करने की फाइल पर मुहर लगा दी है। डीजीपी प्रशासन एमके तिवारी का कहना है कि खेल कोटे से नियुक्ति का यह फैसला सरकार का था, पुलिस ने इस बारे में कोई कारवाई नहीं की है।
कैप्टन से लगाई थी गुहार
मनदीप कौर ने बीते दिनों विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात कर गुहार लगाई थी कि उनकी मदद की जाए। वह जल्द ही अपने दस्तावेज पूरे करवा देंगी। मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्र बताते हैं कि कैप्टन ने उन्हें मदद का भरोसा भी दिया था। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने बताया कि सरकार के स्तर पर क्या किया जा सकता है, इस पर विचार किया जा रहा है।