IOA Election: PT Usha लड़ेंगी भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पद का चुनाव, नामांकन पत्र की दाखिल
उड़नपरी के नाम से मशहूर पी टी उषा (P T Usha) ने शनिवार को भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिये नामांकन भरने का ऐलान करके सभी को चौंका दिया। उन्होंने ट्वीट करके यह घोषणा की। उषा कई एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
नई दिल्ली, पीटीआइ। उड़नपरी के नाम से मशहूर पी टी उषा (P T Usha) ने शनिवार को भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन भरने का ऐलान करके सभी को चौंका दिया। उन्होंने ट्वीट करके यह घोषणा की। उषा कई एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। साल 1984 के लास एंजिलिस ओलंपिक में 400 मीटर बाधा दौड़ फाइनल में वह चौथे स्थान पर रही थीं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'अपने साथी खिलाड़ियों और राष्ट्रीय महासंघों के समर्थन से मैं आईओए अध्यक्ष (IOA president) पद के लिये नामांकन स्वीकार करके और भरकर काफी गौरवान्वित हूं।'
10 दिसंबर को होगा चुनाव
मालूम हो कि भारतीय ओलंपिक संघ के अध्यक्ष पद का चुनाव 10 दिसंबर को होंगे। IOA चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा रविवार को समाप्त हो रही है।आईओए चुनाव के लिये निर्वाचन अधिकारी उमेश सिन्हा ने कहा कि शुक्रवार को प्रक्रिया शुरू होने के बाद से अभी तक कोई नामांकन नहीं भरे गए। मालूम हो कि उषा IOA के एथलीट आयोग में चुने गए आठ दिग्गज खिलाड़ियों में से एक भी है ।
With the warm support of my Fellow Athletes and National Federations I am humbled and honoured to accept and file for the Nomination of the President Of IOA!— P.T. USHA (@PTUshaOfficial) November 26, 2022
पायोली एक्सप्रेस के नाम से हैं मशहूर
पायोली एक्सप्रेस (Payyoli Express) के नाम से मशहूर उषा को सत्तारूढ भारतीय जनता पार्टी (BJP) का उम्मीदवार माना जा रहा है। इससे पहले भाजपा ने उन्हें जुलाई में राज्यसभा सदस्य नामित किया था। एशियाई खेल 1982 से 1994 के बीच में चार स्वर्ण समेत 11 पदक जीत चुकी उषा ने 1986 सियोल एशियाई खेलों (Seoul Asan Games) में 200 मीटर, 400 मीटर, 400 मीटर बाधा दौड़ और चार गुणा 400 मीटर रिले में स्वर्ण और 100 मीटर में रजत पदक जीत चुकी हैं।
उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त जज की निगरानी में होगा चुनाव
इस चुनाव में उषा अगर चुनाव जीत जाती हैं तो महाराजा यादविंद्र सिंह के बाद IOA अध्यक्ष बनने वाली वह पहली खिलाड़ी होंगी, जिसने देश का प्रतिनिधित्व किया है। यादविंद्र सिंह ने 1934 में टेस्ट मैच खेला था जो 1938 से 1960 के बीच आईओए अध्यक्ष रहे। हाल ही में अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के चुनाव में पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता और पूर्व गोलकीपर कल्याण चौबे अप्रत्याशित उम्मीदवार के रूप में सामने आए और चुनाव जीता। आईओए के चुनाव उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त जज (सेवानिवृत) एन नागेश्वर राव की निगरानी में हो रहे हैं ।
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