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दोनों हाथ नहीं हैं, फिर भी पिंटू गहलोत ने जीते हैं 150 से ज्यादा पदक

36 वर्षीय पिंटू गहलोत जिनके दोनों हाथ नहीं हैं लेकिन फिर वे उन्होंने 10-20 या 50 नहीं बल्कि 150 से ज्यादा पदक जीत चुके हैं। ये कहानी हम सभी के लिए एक प्रेरणादायी है कि एक ऐसा इंसान जज्बे के दम पर बुलंदी छू सकता है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Thu, 22 Apr 2021 01:19 PM (IST)Updated: Thu, 22 Apr 2021 01:19 PM (IST)
दोनों हाथ नहीं हैं, फिर भी पिंटू गहलोत ने जीते हैं 150 से ज्यादा पदक
पिंटू गेहलोत ने दर्जनों पदक देश को दिलाए हैं।

नई दिल्ली, जेएनएन। 'ख़ुदी को कर बुलंद इतना कि हर तक़दीर से पहले ख़ुदा बंदे से ख़ुद पूछे बता तेरी रज़ा क्या है' इस पुराने कलाम को पढ़ने के बाद आपको लगेगा कि क्यों मैं ऐसी मेहनत या जज्बा पैदा ना कर पाया? इसी जज्बे की कहानी को पूरा करते हैं 36 वर्षीय पिंटू गहलोत, जिनके दोनों हाथ नहीं हैं, लेकिन फिर वे 10-20 या 50 नहीं, बल्कि 150 से ज्यादा पदक जीत चुके हैं।

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दोनों हाथ गंवा देने के बावजूद पिंटू गहलोत ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 150 से अधिक स्वर्ण पदक जीते हैं। तैराकी के शौकीन पिंटू को पहले बस ट्रक दुर्घटना के कारण कंधे में चोट लगी। इसके बाद, तैराक पैरा स्विमर पिंटू ने 2016 की राष्ट्रीय चैंपियनशिप जीती। 2019 में फिर से पिंटू के साथ एक दुर्घटना हुई, जिसमें पूल की सफाई करते समय वह झुलस गए और ऐसे में उपचार के दौरान, इलेक्ट्रोक्रेडेड हाथ को आधे में काटना पड़ा।

यह वही हाथ था, जिसकी बदौलत पिंटू गहलोत ने कई प्रतियोगिताएं अपने नाम की थीं, लेकिन हार न मानते हुए, पिंटू खुद की समस्याओं से लड़ते हुए आगे बढ़े, लेकिन दया का केंद्र नहीं बने। लॉकडाउन के बाद उन्होंने एक बार फिर 20-22 मार्च को बैंगलोर में आयोजित पैरा स्विमिंग की नेशनल चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर अपना सपना पूरा किया। इसी मंशा के साथ पिछले कई सालों से गहलोत राजस्थान पैरा स्विमिंग टीम के साथ कोच के रुप में जुड़े हुए हैं। उनके निर्देशन में इस दौरान खिलाड़ियों ने 150 से भी अधिक स्वर्ण पदकों पर कब्जा जमाया है।

पिंटू गहलोत ने बताया, "हम जीवन में अप्रत्याशित हैं, लेकिन उतार-चढ़ाव को प्रबंधित करना और आगे बढ़ाना भी आवश्यक है। यही कारण है कि मैंने खुद को प्रेरित करने और सभी को प्रेरित करने के लिए हर संभव कोशिश की। 2016 में 2 स्वर्ण और 1 रजत और 1 कांस्य पदक और 3 स्वर्ण, 2017 में पैरा स्पोर्ट्स तैराकी में 1 रजत पदक जीता है।"

नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा, "पिंटू गहलोत के जीवन के उतार-चढ़ाव को समझना इतना मुश्किल है कि उससे ज्यादा जीना मुश्किल है, लेकिन पिंटू लोगों को प्रेरित करके आगे बढ़ रहे हैं, जिससे हम खुश हैं और हमारी शुभकामनाएं भी उनके साथ हैं। साथ में, हम पिंटू गहलोत को वित्तीय सहायता के साथ अन्य सहायता प्रदान कर रहे हैं।"


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