बॉलीवुड अभिनेता सुनील शेट्टी बने NADA के ब्रांड एंबेसडर
बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी को नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी यानी NADA का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। बॉलीवुड एक्टर सुनील शेट्टी (Suniel Shetty) को नेशनल एंटी-डोपिंग एजेंसी (NADA) ने अपना ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है। मंगलवार को NADA ने खुद इस बात की आधिकारिक पुष्टि की है। NADA और ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने हाल ही में साथ मिलकर एंटी-डोपिंग जागरूकता कार्यशालाएं (awareness workshops ) सभी फुटबॉलरों के लिए चलाई थीं।
बड़े स्तर पर शुरू किया गया ये जागरूकता अभियान डोपिंग के खिलाफ था। NADA इसको educational प्रोग्राम के तहत नियमित रूप से 2019-20 से आगे ले जाना चाहती है। NADA ने भारतीय फुटबॉल के लिए ये प्रोग्राम डिजायन किया था, जिसे पहली बार नवंबर 2019 में आयोजित कराया गया था। इस कार्यक्रम के तहत सभी खिलाड़ियों को ये प्रेरणा देने की कोशिश है कि वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डोप-फ्री स्पोर्ट्स में भाग लें।
खिलाड़ियों को डोप फ्री रखने की कवायत
राष्ट्रीय डोपिंग विरोधी संस्था के रीजनल कॉर्डीनेटर डॉ. श्याम कुमार एडापा ने कहा है कि हमारी प्राथमिकता इस पर है कि हमारे खिलाड़ी किसी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डो फ्री स्पोर्ट खेलकर देश का प्रतिनिधित्व करें। डॉक्टर श्याम ने कहा है, "इस सेमीनार का मुख्य उद्देश्य डोप फ्री स्पोर्ट को हासिल करना है। यह जूनियर और सीनियर टीमों के बीच WADA कोड के हालिया अपडेट के बारे में जागरूकता लाने के लिए केंद्रित थाI"
AIFF ने डॉक्टर Adapa के मुताबिक कहा है, महीने में कम से कम एक घंटा हम इस वर्कशॉप को डेडिकेट करते हैं। इससे वर्कशॉप में खिलाड़ी एंटी-डोपिंग की हर एक अपडेट से रूबरू होते रहेंगे। इतना ही नहीं, NADA(National Anti-Doping Agency) देश में हर तरह के खेल के खिलाड़ियों को महीने में एक बार इस वर्कशॉप में लाने की कोशिश करेगा।
रूष पर लगा 4 साल का प्रतिबंध
सोमवार को ही वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी ने रूष पर चार साल का प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। डोपिंग को लेकर 10 साल में दूसरी बार रुस पर प्रतिबंध लगाया गया है। इससे पहले उसके उपर 2015 से 2018 तक का प्रतिबंध लगाया गया था। अब इस फैसले से बाद रुस टोक्यो ओलंपिक 2020 और फीफा फुटबॉल विश्व कप में भाग नहीं ले पाएगा।