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एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप : मीराबाई चानू पदक से चूकीं, मामूली अंतर से चौथे स्थान पर रहीं

भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया लेकिन मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गईं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sun, 21 Apr 2019 09:26 PM (IST)Updated: Sun, 21 Apr 2019 09:26 PM (IST)
एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप : मीराबाई चानू पदक से चूकीं, मामूली अंतर से चौथे स्थान पर रहीं
एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप : मीराबाई चानू पदक से चूकीं, मामूली अंतर से चौथे स्थान पर रहीं

निंग्बो (चीन), प्रेट्र। पूर्व विश्व चैंपियन भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया, लेकिन मामूली अंतर से कांस्य पदक से चूक गईं, जबकि यूथ ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता जेरेमी लालरिनुंगा रविवार को एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप में रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन करके अपने ग्रुप में दूसरे स्थान पर रहे।

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पूर्व विश्व चैंपियन मीराबाई चानू ने 49 किग्रा वर्ग में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और चौथे स्थान पर रहीं। मीराबाई ने स्नैच में 86 किग्रा वजन उठाया और क्लीन एवं जर्क में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 113 किग्रा वजन उठाया। उन्होंने कुल 199 किग्रा वजन उठाया। इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ निजी प्रदर्शन 192 किग्रा था, जो उन्होंने फरवरी में एजीएटी कप में उठाया था। चीन की झांग रोंग ने 199 किग्रा वजन उठाया, लेकिन नए नियम के तहत कांस्य पदक उन्हें मिला। इस नियम के तहत क्लीन एवं जर्क में कम वजन उठाने वाले को कुल वजन में वरीयता मिलेगी। चीन की होउ झिहुइ ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि उत्तर कोरिया की रि सोंग गम ने रजत पदक हासिल किया। दोनों ने क्रमश: 208 और 200 किग्रा वजन उठाया। अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ द्वारा पिछले साल भारवर्ग में बदलाव किए जाने के बाद मीराबाई का यह दूसरा अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट है। वह पहले 48 किग्रा में भाग लेती थीं। उन्होंने थाइलैंड में एजीएटी कप में 49 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता था। वहीं, झिल्ली डालाबेहेरा ने महिलाओं की 45 किग्रा में रजत पदक जीतकर भारत के पदकों का खाता खोला था। हालांकि 45 किग्रा ओलंपिक में शामिल नहीं है।

16 साल के जेरेमी ने कुल 15 रिकॉर्ड तोड़े

निंग्बो।16 वर्षीय जेरेमी ने कुल 15 रिकॉर्ड तोड़े, जिसमें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शामिल हैं। उन्होंने ग्रुप-बी में पुरुष स्पर्धा में 67 किग्रा वर्ग में स्नैच, क्लीन एवं जर्क में यूथ विश्व और एशियाई रिकॉर्ड तोड़ा। उन्होंने तीन में से दो प्रयास में 130 और 134 किग्रा वजन उठाकर नया यूथ विश्व रिकॉर्ड बनाया। पिछला रिकॉर्ड भी उनके ही नाम था जब उन्होंने इस साल 131 किग्रा वजन उठाया था। जेरेमी ने क्लीन एवं जर्क में अपने शरीर के वजन से दोगुना वजन दो सफल प्रयासों (157 और 163 किग्रा) में उठाया। उन्होंने कजाखिस्तान के साइखान तेइसुयेव का 161 किग्रा का रिकॉर्ड तोड़ा। जेरेमी ने कुल 297 किग्रा वजन उठाया और वह पाकिस्तान के ताल्हा तालिब से पीछे रहे, जिन्होंने 304 किग्रा वजन उठाया था। यह टूर्नामेंट ओलंपिक क्वालीफाइंग भी है, जिसके अंक टोक्यो ओलंपिक 2020 की आखिरी रैंकिंग के वक्त गिने जाएंगे। जेरेमी ने जो कुल 15 रिकॉर्ड तोड़े उनमें छह अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड, तीन यूथ विश्व और तीन यूथ एशियाई रिकॉर्ड शामिल हैं। इसके अलावा नौ राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़े, जिसमें तीन यूथ राष्ट्रीय, तीन जूनियर राष्ट्रीय और तीन सीनियर राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी शामिल हैं। जेरेमी ने पिछले साल अक्टूबर में यूथ ओलंपिक में 62 किग्रा स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था और उन्होंने इस दौरान (124+150) कुल 274 किग्रा का वजन उठाया।


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