कानूनी सलाह के बाद हैंडबॉल टीम को अनुमति, आइओए की लीगल कमेटी ने दी हरी झंडी
आइओए ने अपनी लीगल कमेटी की रिपोर्ट के बाद हैंडबॉल पुरुष टीम को एशियन गेम्स में जाने की अनुमति दे दी।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। आखिरकार कई दिनों से चल रही जद्दोजहद पर ब्रेक लग गया। आइओए ने अपनी लीगल कमेटी की रिपोर्ट के बाद हैंडबॉल पुरुष टीम को एशियन गेम्स में जाने की अनुमति दे दी। हालांकि इसके लिए एशियन गेम्स आयोजन समिति की पुष्टि की जरूरत होगी। इंडोनेशिया के दो शहरों जकार्ता और पालेमबंग में 18 अगस्त से एशियन गेम्स होने हैं।
आइओए के एक अधिकारी ने कहा कि भारतीय हैंडबॉल संघ की अर्जी पर हाईकोर्ट ने आइओए को तीन दिन में मामला निपटाने के लिए कहा था। इसके बाद आइओए ने अपनी लीगल कमेटी को सलाह देने के लिए कहा था। आरके आनंद की अध्यक्षता वाली समिति ने मंगलवार को हैंडबॉल पुरुष टीम को हरी झंडी दे दी। भारतीय हैंडबॉल संघ के महासचिव और आइओए के कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडेय ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे खिलाडि़यों का भला होगा। एशियन गेम्स आयोजन समिति से अनुमति मिलने की शर्त पर उन्होंने कहा कि वहां पहले ही हमें सातवीं रैंक मिल चुकी है इसलिए वहां टीम को कोई दिक्कत नहीं होने वाली है।
पेनकाक सिलाट के कटे 20 नाम : मालूम हो कि भारतीय पुरुष हैंडबॉल टीम के 16 सदस्यों और चार अधिकारियों को अनुमति दी गई है और वहीं पेनकाक सिलाट के 20 सदस्यों का नाम एशियन गेम्स में जाने वाले भारतीय दल से काट दिया गया है। पहले सिलाट के 10 खिलाडि़यों को बाहर किया जाना था लेकिन आइओए ने मंगलवार को टीम के 20 सदस्यों को बाहर कर दिया। खिलाडि़यों पर गलत जानकारी उपलब्ध कराने का आरोप था। भारतीय पेनकाक सिलाट संघ अब इस मामले में आइओए के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेगा। दैनिक जागरण ने पहले ही बता दिया था कि हैंडबॉल टीम को दल में शामिल करने के लिए आइओए पेनकाक सिलाट टीम के दल में कटौती कर सकता है। आइओए महासचिव राजीव मेहता द्वारा भारतीय पेनकाक सिलाट संघ को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि उनके सिर्फ दो एथलीट सोनिया और सिमरन ही टीम में रहेंगे।
आइओए ने पांच जुलाई को एशियन गेम्स के लिए 524 एथलीटों की घोषणा की थी तो उसमें पेनकाक सिलाट के 22 सदस्य मौजूद थे, लेकिन अब सिर्फ दो खिलाडि़यों को ही एशियन गेम्स में खेलने के लिए हरी झंडी दी गई है। इसके अलावा आइओए ने सांबो के छह सदस्यीय दल में से भी पांच का नाम काट दिया है। ऐसे में सांबो से अब सिर्फ एक ही खिलाड़ी एशियन गेम्स खेलने जा सकेगा। पेनकाक सिलेट संघ आइओए के इस फैसले से खुश नहीं है। संघ के महासचिव मुफ्ती हमीद यासिन ने कहा कि आइएओ को सभी खिलाडि़यों के सर्टिफिकेट उपलब्ध कराए गए थे, लेकिन उनमें से सिर्फ दो को ही सही बताया गया है। उन्होंने कहा कि हम आइओए के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेंगे। हमारे खिलाड़ी यहां पर पदक जीत सकते थे। वह लगातार इस खेल में प्रदर्शन कर रहे थे। यह पहला मौका नहीं है जब चयन को लेकर आइओए विवादों में आया है। इससे पहले भी आइओए ने ट्राईथलॉन के चार खिलाडि़यों को गलत जानकारी देने की वजह से बाहर कर दिया था। अब एशियन गेम्स में जाने वाले भारतीय दल के सदस्यों की संख्या 515 रह गई है।