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भारतीय खिलाड़ी ने घर बेचकर खोली खेल एकेडमी, क्रिकेट की भी दी जाएगी ट्रेनिंग

Jwala Gutta Sports Academy Hyderabad भारतीय शटलर ज्वाला गुट्टा ने हैदराबाद में अपनी खेल अकादमी खोली है जो घर बेचकर उन्होंने बनाई है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Wed, 11 Dec 2019 04:54 PM (IST)Updated: Wed, 11 Dec 2019 04:54 PM (IST)
भारतीय खिलाड़ी ने घर बेचकर खोली खेल एकेडमी, क्रिकेट की भी दी जाएगी ट्रेनिंग
भारतीय खिलाड़ी ने घर बेचकर खोली खेल एकेडमी, क्रिकेट की भी दी जाएगी ट्रेनिंग

नई दिल्ली, निखिल शर्मा। ओलंपियन और भारतीय महिला बैडमिंटन स्टार ज्वाला गुट्टा की मौजूदगी में मंगलवार को यहां ज्वाला गुट्टा अकादमी ऑफ एक्सीलेंस लांच हुई। ज्वाला ने बताया कि हैदराबाद स्थित इस अकादमी को खोलने के लिए उन्हें बेहद संघर्ष करना पड़ा। कहीं से मदद नहीं मिलने के बाद उन्होंने अपना एक घर बेचकर यह अकादमी खोली है। इस मौके पर दो बार के ओलंपिक पदक विजेता भारतीय पहलवान सुशील कुमार और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह सहित सांसद राजीव प्रताप रूडी भी मौजूद थे।

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हैदराबाद में गाचीबौली इलाके के सुजाता हाई स्कूल में खोली गई इस अकादमी में विश्व स्तरीय 14 बैडमिंटन कोर्ट मौजूद हैं। बैडमिंटन के साथ ही यहां पर क्रिकेट, टेनिस, तैराकी जैसे खेलों की भी ट्रेनिंग दी जाएगी। इस अकादमी में 100 बच्चों के ठहरने लायक हॉस्टल भी मौजूद है। अकादमी में योगा सेंटर और सभी सुविधाओं से लेस जिम भी मौजूद है।

अनुशासन का महत्व पता चला है- गुट्टा

शटलर ज्वाला गुट्टा ने कहा कि एक खिलाड़ी होने के नाते मुझे वास्तव में अनुशासन और निरंतरता के महत्व का अहसास हुआ है, न केवल खेल में, बल्कि सामान्य जीवन में भी। मेरे मन में एक अकादमी बनाने की सोच थी। मैं उन लोगों में अनुशासन विकसित करने का प्रयास करूंगी, जो बैडमिंटन सीखने के लिए तैयार हैं। इस मौके पर मौजूद पहलवान सुशील कुमार ने कहा, "ज्वाला का यह कदम सराहनीय है। ज्वाला की मदद के लिए मैं हमेशा तैयार रहूंगा। मैं ज्वाला और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं।" 

उत्तरी भारत की जगह दक्षिणी भारत में अकादमी खोलने पर ज्वाला ने कहा कि मुझे पता है कि हैदराबाद में पहले से ही एक अकादमी मौजूद है। मैं पूरी कोशिश करूंगी कि उत्तरी भारत के खिलाडि़यों को भी यहां ट्रेनिंग मिल सके। साथ ही इसके लिए मैं भारत सरकार से भी मदद की मांग करती हूं कि वह उत्तरी भारत में ही अकादमी खुलवाने में मेरा सहयोग करें।


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