IOA अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने जताई नाराजगी, सदस्य संघों की हल्की प्रतिक्रया से नाखुश
भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा ने कहा है कि वह कोविड-19 के बीच खेलों को धीरे-धीरे दोबारा शुरू करने को लेकर अपने सदस्यों की हल्की प्रतिक्रिया से निराश हैं।
नई दिल्ली, आइएएनएस। कोरोना वायरस संक्रमण फैलने की वजह से भारत में खेलों के तमाम आयोजन को कुछ समय के लिए पूरी तरह से रोकने का फैसला लिया गया था। अब भारत सरकार द्वारा नियमों का पालन करते हुए इसे दोबारा शुरू करने की अनुमति दी गई है। भारतीय ओलंपिक संघ (आइओए) के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा खेलों को शुरू करने को लेकर प्रयासरत हैं लेकिन वह कोविड-19 के बीच खेलों को धीरे-धीरे दोबारा शुरू करने को लेकर अपने सदस्यों की हल्की प्रतिक्रिया से निराश हैं।
मंगलवार को खेल मंत्री किरन रिजिजू ने भी कहा था कि उनकी नजरें अगस्त में बिना दर्शकों के टूर्नामेंट शुरू करने पर लगी हैं। आईओए ने पांच मई को राष्ट्रीय महासंघों (एनएसएफ), राज्य ओलंपिक संघों और बाकी के हितधारकों से खेलों को दोबारा शुरू करने को लेकर सलाह मांगी थी।
इस संबंध में आइओए ने एक सर्वे आयोजित किया था और सदस्यों से सलाह मांगी थी। अब इसे आइओए द्वारा तैयार किया जाएगा और इसका मकसद सभी हितधारकों से खेलों को दोबारा शुरू करने को लेकर फीडबैक लेना था। बत्रा ने हालांकि कहा है कि सदस्यों ने इसमें अपना ज्यादा योगदान नहीं दिया।
बत्रा ने कहा, "मैं इस बात से काफी निराश हूं कि भारतीय ओलंपिक संघ के सदस्य, चाहे वो एनएसएफ हो या राज्य ओलंपिक संघ, किसी ने भी इस शोध में ज्यादा मदद नहीं की, जहां तक कि अप्रत्यक्ष तरीके से सर्वे को अपने लोगों, खासकर खिलाडि़यों के बीच में भी नहीं रखा।"
आइओए ने कहा कि उसे 450 प्रतिक्रिया मिली हैं जिसमें से 178 तो खिलाडि़यों, 145 मैच अधिकारियों और 74 सपोर्ट स्टाफ में से हैं। आइओए ने कहा कि 75 फीसदी लोगों का मानना है कि लॉकडाउन के बाद ट्रेनिंग शुरू करना सही रहेगा, लेकिन इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, साफ सफाई का ध्यान रखना होगा।