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एशियन गेम्स में भारत को हराने वाली कोरिया के कोच बोले, भारतीय कबड्डी टीम आज भी सर्वश्रेष्ठ

मैं दक्षिण कोरिया टीम का कोच दो नहीं, चार माह से हूं। श्रेय तो टीम की जीत का पूरा देश दे रहा है।

By Lakshya SharmaEdited By: Published: Tue, 04 Sep 2018 10:55 AM (IST)Updated: Tue, 04 Sep 2018 10:56 AM (IST)
एशियन गेम्स में भारत को हराने वाली कोरिया के कोच बोले, भारतीय कबड्डी टीम आज भी सर्वश्रेष्ठ
एशियन गेम्स में भारत को हराने वाली कोरिया के कोच बोले, भारतीय कबड्डी टीम आज भी सर्वश्रेष्ठ

नई दिल्ली, सुरेश मेहरा। एशियन गेम्स 2018 में भारतीय कबड्डी टीम के स्वर्ण पदक से चूकने की चर्चा अभी थमने का नाम नहीं ले रही है। इसका कारण यह भी है कि 1990 से भारतीय टीम इस खेल में स्वर्ण पदक पर कब्जा करते आ रही थी। हालांकि, दक्षिण कोरिया की कबड्डी टीम के मुख्य कोच अशन कुमार का मानना है कि भारतीय टीम आज भी सर्वश्रेष्ठ है। बस टीम की गलत रणनीति से स्वर्ण उसके हाथ नहीं आया। हरियाणा के भिवानी के रहने वाले अशन कुमार के दैनिक जागरण कार्यालय पहुंचने पर उनसे खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश।

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एशियन गेम्स में भारतीय टीम की हार का कारण क्या मानते हैं?

भारतीय टीम के खिलाड़ी सर्वश्रेष्ठ हैं पर बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कर पाए। खिलाड़ियों को सही समय और पोजीशन पर खेलने के अवसर नहीं देना भी हार का एक कारण रहा। इसका मुख्य उदाहरण मानू गोयत हैं। जब टीम हार की कगार पर थी तब उन्हें खेलने का मौका दिया गया। 

भारत के खिलाफ दक्षिण कोरिया की जीत की वजह क्या थी?

हमने चार माह व्यवस्थित तरीके से ट्रेनिंग की। दक्षिण कोरिया का भारत के साथ जब मैच हुआ तो कोरियाई टीम पूरे 40 मिनट तक हावी रही। हालांकि, एक समय ऐसा आया जब दोनों टीमें 16-16 अंकों के बराबरी पर थीं। 

सेमीफाइनल में भी भारतीय टीम संभल नहीं पाई?

कोरिया से हार का दबाव इरान के खिलाफ साफ नजर आया। इरानी टीम आत्मविश्वास के साथ खेली। भारत के रेडर और कैचर चल नहीं सके। इसलिए भारतीय टीम को हार का मुंह देखना पड़ा। 

दो माह कोच रह कर दक्षिण कोरिया की जीत का श्रेय लेने पर कई चर्चाएं हैं?

मैं दक्षिण कोरिया टीम का कोच दो नहीं, चार माह से हूं। श्रेय तो टीम की जीत का पूरा देश दे रहा है। जब मैं ईरान का कोच था तो महिला व पुरुष कबड्डी टीमें चीन में 2010 में हुए एशियन गेम्स फाइनल तक खेली। श्रेय कोई भी कोच खुद नहीं लेता वह तो खेल प्रेमी देते हैं। 

ओलंपिक में कबड्डी का क्या भविष्य देखते हैं? 

भारत तो कबड्डी को ओलंपिक में शामिल करवाने के लिए लगातार प्रयासरत है। अब इरान, कोरिया, चीन, जापान, श्रीलंका कई देशों में कबड्डी के प्रति लगाव बढ़ा है। उन सबकी तरफ से भी ओलंपिक में कबड्डी को शामिल करने की मांग उठेगी। प्रयास सफल हुआ तो कबड्डी ओलंपिक में जल्द दिखेगी।


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