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Tokyo Olympics: फ्लाइट लेने से चूकीं भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट, बुधवार को पहुंचेंगी टोक्यो

खेलों से पहले हंगरी में अपने कोच वालर अकोस के साथ प्रशिक्षण ले रही विनेश को मंगलवार रात टोक्यो पहुंचना था लेकिन उन्हें विमान में चढ़ने से पहले फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर रोक दिया गया। भारतीय ओलिंपिक संघ के सूत्रों ने बताया कि इस मुद्दे को सुलझा लिया गया है

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 10:48 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 10:48 PM (IST)
Tokyo Olympics: फ्लाइट लेने से चूकीं भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट, बुधवार को पहुंचेंगी टोक्यो
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट (एपी फोटो)

नई दिल्ली, प्रेट्र। ओलिंपिक में भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीदों में से एक पहलवान विनेश फोगाट मंगलवार को फ्रैंकफर्ट से टोक्यो के लिए अपनी उड़ान नहीं ले पाई क्योंकि उनके यूरोपीय संघ (ईयू) के वीजा की अवधि एक दिन पहले ही खत्म हो गई थी।

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खेलों से पहले हंगरी में अपने कोच वालर अकोस के साथ प्रशिक्षण ले रही विनेश को मंगलवार रात टोक्यो पहुंचना था, लेकिन उन्हें विमान में चढ़ने से पहले फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर रोक दिया गया। भारतीय ओलिंपिक संघ (आइओए) के सूत्रों ने बताया कि इस मुद्दे को सुलझा लिया गया है और वह बुधवार को टोक्यो पहुंच जाएंगी। सूत्र ने बताया कि यह एक भूल थी और जानबूझकर ऐसा नहीं किया गया था। उनका वीजा 90 दिनों के लिए मान्य था लेकिन, बुडापेस्ट से फ्रैंकफर्ट पहुंचने पर पता चला कि वह 91 दिनों के लिए यूरोपीय संघ (के क्षेत्र) में थी। सूत्र ने कहा कि भारतीय खेल प्राधिकरण ने इस मामले को तेजी से उठाया जिसके बाद फ्रैंकफर्ट में भारतीय वाणिज्य दूतावास मामले को सुलझाने के लिए हवाई अड्डे पर पहुंच गया। विनेश बुधवार को टोक्यो में होंगी।

विनेश ने इन खेलों के लिए फिजियो के एक्रीडिटेशन की मांग की थी। वह मंगलवार की रात फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे के एक होटल में रुकेंगी। उनकी टोक्यो हवाई अड्डे पर कोविड-19 जांच की जाएगी। विनेश को 53 किग्रा महिला फ्रीस्टाइल वर्ग में स्वर्ण पदक की दावेदार के रूप में देखा जाता है और वह इस वर्ग में शीर्ष वरीयता प्राप्त हैं। उनकी प्रतियोगिताएं पांच अगस्त से शुरू हो रही हैं।

तीरंदाजों के पास खुद को साबित करने का आखिरी मौका

टोक्यो, प्रेट्र। भारतीय तीरंदाज टोक्यो ओलिंपिक की टीम स्पर्धाओं से बाहर होने की निराशा को दूर कर बुधवार को होने वाली व्यक्तिगत प्रतियोगिताओं की कठिन चुनौतियों का सामना करेंगे। भारत की पुरुष और मिक्स्ड टीम कोरिया की टीमों से हारकर बाहर हो गई थीं। व्यक्तिगत स्पर्धाओं में 64 तीरंदाज चुनौती पेश करते हैं, ऐसे में यहां उन्हें दोगुनी मेहनत करनी होगी। पदक हासिल करने के लिए उन्हें कम से कम पांच मुकाबले जीतने होंगे।

भारत को सबसे ज्यादा उम्मीदें दुनिया की नंबर एक महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी से होगी, जो लगातार तीसरी बार ओलिंपिक में चुनौती पेश कर रही हैं जबकि प्रवीण जाधव के प्रदर्शन पर भी नजरें होंगी। ओलिंपिक पदार्पण कर रहे जाधव को दुनिया के दूसरे नंबर के तीरंदाज गालसन बजरझापोव (रूस) के खिलाफ लगातार सटीक निशाना लगाना होगा। दीपिका अपने अभियान की शुरुआत भूटान की कर्मा के खिलाफ करेंगी। भारतीय दल में सबसे ज्यादा निराश दीपिक के पति अतानु दास ने किया। वह रैंकिंग दौर में 35वें स्थान पर रहने के बाद मिक्स्ड जोड़ी वर्ग की टीम से बाहर हो गए थे और उनकी जगह जाधव को मौका दिया गया था। वहीं, अनुभवी तरुणदीप राय से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। उनका सामना यूक्रेन के ओलेक्सी हुनबिन से होगा।

जीत की चाह में भारतीय महिला हाकी टीम

टोक्यो। अब तक निराशाजनक प्रदर्शन करने वाली भारतीय महिला हाकी टीम को यदि ओलिंपिक के अगले मैच में बुधवार को मौजूदा चैंपियन ब्रिटेन को हराना है तो उसे मौके बनाने होंगे और उन्हें अच्छी तरह से भुनाना होगा। विश्व में नंबर एक नीदरलैंड्स से 1-5 की करारी हार झेलने के बाद भारतीय खिलाडि़यों ने पूल-ए के अपने अगले मैच में तीसरे नंबर के जर्मनी के खिलाफ अपने खेल में कुछ सुधार किया लेकिन, फिर भी उन्हें 0-2 से हार झेलनी पड़ी। भारत ने जर्मनी के खिलाफ गोल करने के मौके बनाए लेकिन, अग्रिम पंक्ति में पैनापन नहीं दिखा। एक अवसर पर वंदना कटारिया का शाट गोलपोस्ट से भी टकराया था। टीम को सबसे अधिक नुकसान पेनाल्टी स्ट्रोक पर गोल नहीं कर पाने से हुआ था। जर्मनी के खिलाफ प्रदर्शन से रानी रामपाल की अगुआई वाली टीम की थोड़ी उम्मीदें बंधी होंगी क्योंकि उसने आखिर तक अपने प्रतिद्वंद्वी को कड़ी चुनौती दी। पहले दोनों मैच गंवाने से भारतीय महिला छह टीमों के पूल-एक में सबसे निचले स्थान पर है। नीदरलैंड्स शीर्ष पर है। उसके बाद जर्मनी, ब्रिटेन, आयरलैंड और दक्षिण अफ्रीका का नंबर आता है।

विजयी अभियान जारी रखना चाहेंगी पीवी सिंधू

टोक्यो।  भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू जब बुधवार को ओलिंपिक में महिला सिंगल्स में ग्रुप-जे के मैच में हांगकांग की चेउंग मगानी यी के खिलाफ खेलने उतरेंगी तो अपने विजयी अभियान को जारी रखने की कोशिश करेंगी। पुरुष डबल्स में सात्विक साईराज रेंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी के बाहर होने के बाद अब सिंधू पर पदक का दबाव ज्यादा बढ़ गया है और इस खेल में वह पदक की शीर्ष दावेदार हैं।

पूजा रानी की नजर जीत पर

टोक्यो। भारतीय महिला मुक्केबाज पूजा रानी बुधवार को अंतिम-16 के मैच में उतरकर अपने ओलिंपिक अभियान का आगाज जीत के साथ करना चाहेंगी। पूजा की इस मुकाबले में भिड़ंत इचरक चाइबो से होगी। पुरुष मुक्केबाजों के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद अब मेरी कोम, लवलीना और पूजा रानी से पदक की उम्मीद ज्यादा है।


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