चोट से वापसी करते हुए महिला वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने जीता गोल्ड मेडल
भारतीय भारोत्तोलक सेखोम मीराबाई चानू ने कमर की चोट के बाद मजबूत वापसी करते हुए ईजीएटी कप में स्वर्ण पदक जीता।
चियांग मे, थाईलैंड। विश्व चैंपियन भारतीय महिला भारोत्तोलक सेखोम मीराबाई चानू ने कमर की चोट के बाद मजबूत वापसी करते हुए ईजीएटी कप में स्वर्ण पदक जीता। इस चोट के कारण चानू 2018 में छह महीने से अधिक समय तक स्पर्धाओं से दूर रही थी।
चानू ने 48 किग्रा वर्ग में 192 किग्रा वजन उठाकर सिल्वर लेवल ओलंपिक पात्रता स्पर्धा में यह सफलता प्राप्त की। मणिपुर की 24 साल की चानू ने स्नैच में 82 किग्रा और क्लीन व जर्क में 110 किग्रा भार उठाया। टोक्यो ओलंपिक 2020 की अंतिम रैंकिं कट के लिए इस स्पर्धा के अंक चानू के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं। उन्हें चोट से उबरने के लिए विस्तृत फिजियोथेरेपी करानी पड़ी थी।
चानू इस चोट के कारण पिछले साल विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाई थी, जो गोल्ड स्तर का ओलंपिक क्वालीफायर है। वह जकार्ता में एशियाई खेलों में भी नहीं खेली थी।चानू ने इससे पहले गोल्ड कोस्ट में राष्ट्रकुल खेलों में हिस्सा लिया था जहां उन्होंने 196 किग्रा के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने स्नैच में 86 किग्रा और क्लीन व जर्क में 110 किग्रा वजन उठाया था जो खेलों का रिकॉर्ड और निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था।