निशानेबाजी विश्व कप में मनु भाकर की गोल्डन हैट्रिक से भारत टाप पर
भारत ने 10 मीटर एयर पिस्टल की स्पर्धाओं में क्लीन स्वीप किया जिसमें मिक्स्ड महिला एवं पुरुष टीम चैंपियनशिप शामिल हैं जबकि पुरुषों की 10 मीटर राइफल टीम स्पर्धा में भी स्वर्ण पदक जीता। भारत के नाम पर अब छह स्वर्ण छह रजत और दो कांस्य पदक हो गए हैं।
लीमा (पेरू), प्रेट्र। मनु भाकर की अगुआई में भारत ने रविवार को आइएसएसएफ जूनियर विश्व चैंपियनशिप में चार स्वर्ण और दो रजत पदक जीतकर पदक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया। इसके साथ ही मनु भाकर ने अपना टूर्नामेंट में तीसरा स्वर्ण पदक जीतकर स्वर्णिम हैट्रिक पूरी की।
भारत ने 10 मीटर एयर पिस्टल की स्पर्धाओं में क्लीन स्वीप किया, जिसमें मिक्स्ड, महिला एवं पुरुष टीम चैंपियनशिप शामिल हैं, जबकि पुरुषों की 10 मीटर राइफल टीम स्पर्धा में भी स्वर्ण पदक जीता। भारत के नाम पर अब छह स्वर्ण, छह रजत और दो कांस्य पदक हो गए हैं। अमेरिका चार स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य पदक लेकर दूसरे स्थान पर है।
मनु ने सरबजोत सिंह के साथ मिलकर मिक्स्ड टीम स्पर्धा का स्वर्ण जीतने के बाद रिदम सांगवान और शिखा नरवाल के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल महिला टीम स्पर्धा में सोने का तमगा जीता। भारत ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में बेलारूस को 16-12 से हराया। नवीन, सरबजोत सिंह और शिव नरवाल की पुरुष टीम ने भी बेलारूस को 16-14 से पराजित करके सोने का तमगा हासिल किया। इससे पहले पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल टीम ने स्वर्ण पदक जीता था। महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में भारत को रजत पदक मिला। हंगरी ने इस स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता।
महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल टीम को फाइनल में बेलारूस से टक्कर मिली, लेकिन भारतीय निशानेबाजों ने मैच अपने नाम कर लिया। पुरुषों की 10 मीटर पिस्टल टीम स्पर्धा में भी भारतीय निशानेबाज बेलारूस की चुनौती से पार पाने में सफल रहे। महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में भारत की निशा कंवर, जीना खिट्टा और आत्मिका गुप्ता शुरुआती क्वालीफिकेशन दौर में शीर्ष पर रहीं, लेकिन दूसरे दौर में हंगरी की एज्टर मेजरोस, एज्टर डेंस और ली होर्वथ से पिछड़ कर दूसरे स्थान पर रहीं। हंगरी की टीम फाइनल में भी भारत से श्रेष्ठ साबित हुई। भारतीय टीम को रजत पदक के साथ संतोष करना पड़ा। आत्मिका गुप्ता ने राजप्रीत सिंह के साथ मिलकर 10 मीटर एयर राइफल में मिक्स्ड टीम स्पर्धा का रजत पदक जीता। आत्मिका इस तरह से दो रजत, जबकि राजप्रीत एक स्वर्ण और एक रजत पदक जीतने में सफल रहे।