गुरुवार से विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप, मैरीकॉम पर सभी की नजरें
मैरी ने कहा कि वह अभी भी पूरी तरह फिट हैं और 2020 टोक्यो ओलंपिक खेलकर अपना करियर खत्म करना चाहती हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। देश में दूसरी बार होने जा रही विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में पूरे देश की नजर पांच बार की विश्व चैंपियन मैरीकॉम पर टिकी होंगी, जो छठीं बार विश्व चैंपियन बनने के इरादे से रिंग में उतरेंगी। 15 नवंबर से शुरू हो रही विश्व चैंपियन का उद्घाटन दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में बुधवार को किया जाएगा।
उद्घाटन समारोह से पहले मैरीकॉम ने भारतीय दल की तैयारियों के बारे में बताते हुए कहा कि कई देशों के खिलाफ अभ्यास और अलग अलग जोड़ीदार के साथ ट्रेनिंग करने से काफी अनुभव मिलता है। भारतीय दल की तैयारियां बेहतरीन चल रही हैं। मैरी ने कहा कि वह अभी भी पूरी तरह फिट हैं और 2020 टोक्यो ओलंपिक खेलकर अपना करियर खत्म करना चाहती हैं। चैंपियनशिप में 73 देशों के मुक्केबाज रिंग में उतरेंगे।
मैरी की राह आसान नहीं
भारतीय दल के हाई परफॉरमर्स डायरेक्टर सेंटियागो निएवा ने कहा कि हर किसी को मैरी के स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद है लेकिन यह आसान नहीं होगा। उसे बेहतर प्रदर्शन करना होगा, तभी वह स्वर्ण जीत सकती हैं। उन्होंने कहा कि मैरी को दबाव से निपटना होगा।
निएवा ने कहा, 'हर कोई उसे जानता है। उस पर थोड़ा दबाव है लेकिन वह पहले भी इससे निपट चुकी है और हमें पूरा भरोसा है कि वह फिर से ऐसा कर सकती हैं। पदक की संभावनाओं के बारे में उन्होंने कहा कि मुझे कम से कम तीन पदकों की उम्मीद है, जिसमें एक स्वर्ण भी हो सकता है। अगर हम ऐसा नहीं कर पाए तो ठीक नहीं होगा। तीन पदकों से ज्यादा हमारे लिए बोनस होगा।
निएवा ने कहा कि लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा), मनीषा (54 किग्रा) ट्रेनिंग में प्रभावित कर रही हैं लेकिन टूर्नामेंट की बाउट पूरी तरह से अलग होती हैं। यह उनकी पहली विश्व चैंपियनशिप है। उन्हें इसका अनुभव नहीं है लेकिन ये अच्छी मुक्केबाज हैं।