विश्व चैंपियनशिप ट्रायल से राकेश का बॉयकॉट
पात्रा ने कहा कि इन सबके बावजूद मैंने अपनी स्पर्धा के लिए अच्छी तैयारी की थी लेकिन इस घटना ने मुझे मानसिक तनाव की स्थिति में पहुंचा दिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। चयन प्रक्रिया में गड़बडि़यों की वजह से भारतीय जिमनास्ट राकेश पात्रा ने 48वीं आर्टिस्टिक जिमनास्टिक्स विश्व चैंपियनशिप के लिए शनिवार को होने वाले ट्रायल को बॉयकाट करने का फैसला किया जबकि चोट की वजह से दीपा करमाकर ने भी हिस्सा नहीं लिया। पात्रा ने आरोप लगाया कि लंबे समय से भारत के कोच पद पर आसीन जीएस बावा को चयन प्रक्रिया के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
पात्रा ने खेल सचिव, साई और भारतीय जिमनास्टिक्स संघ को भेजे गए एक पत्र में लिखा कि ट्रायल से एक दिन पहले 28 सितंबर को मैंने साई द्वारा नियुक्त किए गए मुख्य कोच जीएस बावा से ट्रायल के मापदंड के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। शनिवार को कुछ जिमनास्टों के प्रदर्शन के बीच चयन प्रक्रिया शुरू हुई। बावा जैसे लोग नकारात्मक माहौल पैदा करते हैं जिससे साफ तौर पर मेरे खेल का विकास पिछड़ा है।
पात्रा ने कहा कि इन सबके बावजूद मैंने अपनी स्पर्धा के लिए अच्छी तैयारी की थी लेकिन इस घटना ने मुझे मानसिक तनाव की स्थिति में पहुंचा दिया है। मैं संबंधित प्राधिकरण से चयन प्रक्रिया के पूरे मसले की जांच करने और जरूरी कदम उठाए जाने की मांग करता हूं ताकि दोबारा ऐसी घटना ना हो। इसके अलावा देश की शीर्ष जिमनास्ट दीपा ने चोट की वजह से ट्रायल में भाग नहीं लेने का फैसला किया।
एक अधिकारी ने अपना नाम ना जाहिर होने की शर्त पर कहा कि वह ट्रायल के लिए नहीं आ सकी। कुछ दिन पहले वह गिर गई थी जिससे उसकी जांघ में चोट आई है इसलिए उसने अपने कोच से बात करने के बाद ट्रायल में नहीं भाग लेने का फैसला किया।
महिला वर्ग के ट्रायल में 16 जिमनास्टों ने भाग लिया जिसमें प्रणति दास और अरुणा रेड्डी अव्वल रहीं। पहले ही अरुणा विश्व चैंपियनशिप से हटने का इरादा जाहिर कर चुकी हैं। उधर पुरुष वर्ग के ट्रायल में भी 16 जिमनास्टों ने भाग लिया जहां आदित्य राणा और गौरव कुमार ने क्रमश: पहला और दूसरा स्थान हासिल किया।