गीता फोगाट ने बताया- उनकी कौन सी बहन बनेगी पापा महावीर फोगाट की पसंदीदा बेटी
Exclusive रेस्लर गीता फोगाट ने बताया है कि कौन सी बेटी पापा की पसंदीदा बेटी बनेगी और इसके लिए क्या करना होगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता और कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण पदकधारी भारतीय महिला पहलवान गीता फोगाट ने कहा कि उनकी चचेरी बहन विनेश ने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता है लेकिन इस बड़े टूर्नामेंट में कांस्य की भी अहमियत है। रियो ओलंपिक में विनेश चोटिल हो गई थी और उसके बाद से उसकी वापसी शानदार है।
इस समय आयोडीन को लेकर सबको जागरूक कर रहीं गीता कहती हैं कि इसके लिए एक संदेश देना जरूरी है ताकि सभी जागरूक हो जाएं। 30 वर्षीय गीता ने कहा कि पिता महावीर फोगाट कहते हैं जो भी ओलंपिक में पदक लाएगा वही उनकी पसंदीदा बेटी बनेगी। अब विनेश के पास यह मौका है। मालूम हो कि महावीर की चार बेटियां गीता, बबीता, रितु और संगीता हैं जबकि उनकी भतीजी विनेश भी पहलवान हैं। इन्हीं सब मुद्दों को लेकर गीता फोगाट से योगेश शर्मा ने खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश :
- विनेश ने विश्व चैंपियनशिप में कांस्य जीता जबकि उनसे स्वर्ण की उम्मीद की जा रही थी?
- पहली बार ऐसा हुआ है कि विनेश ने विश्व चैंपियनशिप में पदक जीता है। पिछली बार वह जीत नहीं पाई। यह विश्व चैंपियनशिप काफी बड़ा टूर्नामेंट होता है क्योंकि इसमें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी खेलते हैं। विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतना भी बहुत बड़ी बात है और इस चैंपियनशिप में पदक जीतने के बाद हम ओलंपिक में भी खिलाड़ी से पदक जीतने की उम्मीद कर लेते हैं। ओलंपिक में कौन से रंग में पदक आएगा, यह नहीं कहा जा सकता लेकिन पदक की उम्मीद बहुत बढ़ जाती है। चोट के बाद जिस तरह से उन्होंने वापसी की वह शानदार है। उन्होंने एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता अब विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक हासिल किया। आगामी ओलंपिक में वह पदक जरूर जीतेगी।
-अब पहलवानों को बहुत मदद मिल रही है लेकिन महिला टीम के प्रदर्शन में सुधार नहीं हुआ?
-एक खिलाड़ी का जब विश्व चैंपियनशिप जैसे बड़े टूर्नामेंट में पदक आता है तो दूसरे का विश्वास बढ़ जाता है और छोटी-छोटी चीजें होती हैं जो खिलाड़ी पर प्रभाव डालती हैं। अब सुविधा मिल रही हैं तो खिलाड़ी भी अच्छे बाहर आ रहे हैं। महिला पहलवान अच्छा कर रही हैं और आगे भी करेंगी।
-आपकी छोटी बहन रितु ने कुश्ती छोड़कर मिक्स मार्शल आर्ट अपना लिया तो क्या आप भी इस खेल को छोड़कर कुछ नया करेंगी?
-कुश्ती मेरे खून में है। मैं कुश्ती नहीं छोड़ना चाहती और इस खेल को छोड़ने का कोई सवाल ही नहीं उठता। मेरी कोशिश जल्दी से जल्दी इस खेल में वापसी करने की है ताकि मैं देश के लिए पदक जीतने का सिलसिला शुरू कर सकूं।
-आप मां बनने वाली हैं तो फिर बच्चे के साथ आपकी वापसी कितनी चुनौतीपूर्ण रहेगी?
-मैट से दूर रहना और फिर उसी खेल में वापस आना चुनौतीपूर्ण तो रहता है। नियमित रूप से ट्रेनिंग और डाइट पर चलना और अपने वजन को बनाए रखना, यह सब वापसी में काफी मुश्किल होता है लेकिन कहते हैं कि मेहनत के आगे सब संभव है और मैं इस पर विश्वास करती हूं।
- जब विनेश ने पदक जीता तो घर में क्या माहौल था और आपके पिता महावीर ने क्या कहा?
- घर में अच्छा माहौल में था। पापा महावीर भी खुश थे लेकिन जब उनसे पूछते हैं कि उनकी पसंदीदा बेटी कौन है तो वह यही कहते हैं कि जो ओलंपिक में पदक लाएगी वह ही मेरी पसंदीदा बेटी होगी तो हमें उम्मीद है कि विनेश इसे अगले साल पूरा करेगी। यह सपना अगर विनेश पूरा कर देगी तो इससे बड़ी खुशी की बात कुछ नहीं होगी।