प्रो कबड्डी लीग: चैंपियन पटना पाइरेट्स का पहला मुकाबला तमिल थलाइवास के साथ
पटना पाइरेट्स का पहला मुकाबला रविवार को तमिल थलाइवास से उसके घरेलू मैदान में है।
चेन्नई। खिताब जीतना जितना मुश्किल काम है, उसपर कब्जा जमाए रखना उससे भी मुश्किल है। हालांकि पटना पाइरेट्स इन दोनों में माहिर है। प्रो कबड्डी लीग के छठे सत्र में भी पाइरेट्स खिताब बचाने के लिए कमर कसकर तैयार है। बिहार की इस टीम का पहला मुकाबला रविवार को तमिल थलाइवास से उसके घरेलू मैदान में है। यह टूर्नामेंट का पहला मैच भी होगा। यूं तो पाइरेट्स का ही पलड़ा भारी बताया जा रहा है लेकिन नए रूप में ढली दक्षिण की टीम को कमतर आंकना बेमानी होगी।
अपना दूसरा सत्र खेलने जा रही तमिल थलाइवास ने पिछली गलतियों से काफी कुछ सीखा है और कई बदलाव के साथ इस बार मैदान में उतरने जा रही है। तमिल थलाइवास पिछले सत्र में लीग राउंड की अंक तालिका में अपने ग्रुप में सबसे निचले पायदान पर रही थी। 22 में से वह सिर्फ छह मुकाबले जीत पाई थी जबकि 14 में उसे हार का सामना करना पड़ा था और 2 मैच ड्रा रहे थे।
पटना पाइरेट्स की जान बेशक प्रदीप नरवाल हैं, जो हमेशा सामने से टीम का नेतृत्व करते रहे हैं। प्रदीप ने बेंगलुरु बुल्स के साथ दूसरे सत्र से प्रो कबड्डी में पदार्पण किया था और तीसरे सत्र से पटना के साथ हैं। टीम में विकास जगलान जैसा रेडर और मनीष जैसा डिफेंडर भी हैं। दीपक नरवाल की वापसी हुई है तो तुषार पाटिल और सुरेंदर सिंह जैसे अनुभवी खिलाडि़यों को नीलामी में खरीदा गया है। मंजीत जैसा नया चेहरा भी टीम का हिस्सा बना है।
तमिल थलाइवास जीत से शुरुआत करने को बेताब है। वह जवाहरलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में घरेलू दर्शकों के समर्थन का भी पूरा फायदा उठाना चाहेगी। टीम की कमान अजय ठाकुर के हाथों में है, जो 2016 में भारत की कबड्डी विश्र्वकप में जीत के नायक रहे हैं।