वर्ल्ड चैंपियन पीवी सिंधु ने कहा- नहीं चाहती थी कोई मुझे सिल्वर सिंधु का नाम दे
उनका चाहत है कि फाइनल में हार का सिलसिला टूटे और लोग उनको फाइनल फोबिया वाली खिलाड़ी की नजर से ना देखें।
नई दिल्ली, जेएनएन। वर्ल्ड चैंपियन भारतीय स्टार बैटमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु सिल्वर सिंधु कहलाना पसंद नहीं करती हैं। उनका चाहत है कि फाइनल में हार का सिलसिला टूटे और लोग उनको फाइनल फोबिया वाली खिलाड़ी की नजर से ना देखें।
पीपी सिंधु ने 2016 में खेले गए रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीत कर इतिहास रचा था। हालांकि उनके गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन स्पेन की कैरोलिना मार्टिन के हाथों हार गई। ओलंपिक फाइनल में सिंधु को 21-19 से जीत मिलने के बाद लगातार दो सेटों में स्पेनिश खिलाड़ी के खिलाफ 12-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा।
सिंधु ने कहा, "साल 2016 ओलंपिक के बाद से मैंने छह से सात सिल्वर मेडल जीते हैं। लोग अब मुझे कहने लगे हैं कि मेरे अंदर फाइनल का फोबिया हो गया है। हाल ही में खेले गए वर्ल्ड चैंपियनशिप में मैं एक बार फिर से फाइनल में पहुंची थी। मेरे पास पहले से दो कांस्य और दो सिल्वर मेडल है इस बाद अबकी बार मुझे लग रहा था यह मैच मुझे किसी भी हाल में जीतना ही है।"
"मैं अपना 100 प्रतिशत देना चाहती थी। मैं नहीं चाहती थि लोग मुझे सिल्वर सिंधु के नाम से पुकारे। कहीं ना कहीं ये मेरे बात मेरे दिमाग में चलती है और मुझे फाइनल से पहले खुद से यह कहना पड़ता है। नहीं, अब नहीं। मुझे बस अपना 100 प्रतिशत देना होता है इससे कोई मतलब नहीं बस जीत चाहिए होता है।"
ऑलंपिक का आयोजन स्थगित
टोक्यो ओलंपिक 2020 का आयोजन कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से स्थगित करना पड़ा। पहले 24 जुलाई से 9 अगस्त के बीच कराया जाना था। अब इसका आयोजन 23 अगस्त से 8 अगस्त के बीच 2021 में कराया जाएगा।