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गत चैंपियन सिमोन बाइल्स मानसिक बीमारी के चलते Tokyo Olympics 2020 से हटीं

Tokyo Olympics 2020 से अमेरिका की जिमनास्ट Simone Biles ने अपना नाम वापस ले लिया है। अभी तक माना जा रहा था कि वे टीम से हटने के बाद व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा में भाग लेंगी लेकिन उन्होंने मानसिक बीमारी के चलते टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Wed, 28 Jul 2021 08:19 PM (IST)Updated: Wed, 28 Jul 2021 08:19 PM (IST)
गत चैंपियन सिमोन बाइल्स मानसिक बीमारी के चलते Tokyo Olympics 2020 से हटीं
सिमोन बाइल्स Tokyo Olympics 2020 से हट गई हैं

टोक्यो, एपी। Tokyo Olympics 2020: रियो ओलिंपिक की जिमनास्टिक्स स्पर्धा में चार स्वर्ण पदक जीतने वालीं सिमोन बाइल्स ने अब टोक्यो ओलिंपिक से पूरी तरह अपना नाम वापस ले लिया है। सिमोन ने यह फैसला अपनी मानिसक बीमारी के चलते किया, जिसके बाद पूरे विश्व में उनके इस फैसले की सराहना भी हो रही है। वहीं क्वालीफाइंग में नौवें स्थान पर रहने वालीं जेड कैरी टीम में बाइल्स की जगह लेंगी।

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सिमोन ने मंगलवार को जिमनास्टिक्स की टीम स्पर्धा से बीच में ही अपना नाम वापस ले लिया था, जिसके चलते उनकी टीम अमेरिका को रजत पदक से संतोष करना पड़ा और रूसी ओलिंपिक समिति (आरओसी) ने स्वर्ण पदक पर अपना कब्जा जमाया था।

इस स्पर्धा में बाइल्स ने वाल्ट में अपने जीवन का सबसे न्यूनतम स्कोर 13.766 का स्कोर किया। इसके तुरंत बाद उन्होंने अपना नाम वापस लेते हुए कहा, 'मुझे अपने मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना है और शरीर की रक्षा करनी है।'

सिमोन के इस फैसले की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी तारीफ भी हो रही है। अमेरिकी ओलिंपिक और पैरालंपिक समिति की मुख्य कार्यकारी अधिकारी सारा हर्शलैंड ने कहा, 'हमें आप पर गर्व है।'

बाइल्स ओलिंपिक और विश्व कप में 30 बार चैंपियन रही हैं और उन्हें ओलिंपिक इतिहास की सबसे अधिक पदक जीतने वाली एथलीट (पुरुष या महिला) बनने के लिए टोक्यो में चार पदक जीतने थे।

मानसिक बीमारी से ग्रस्त खिलाडि़यों के लिए बनी हेल्पलाइन

अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आइओसी) मानसिक स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे खिलाडि़यों के लिए 70 भाषाओं में हेल्पलाइन चला रही है। आइओसी के प्रवक्ता मार्क एडम्स ने कहा कि इसे मानसिक तौर पर फिट रखने के लिए हेल्पलाइन नाम दिया गया है और यह चौबीसों घंटे काम करती है। यह हेल्पलाइन ओलिंपिक खेल समाप्त होने के बाद भी तीन महीने तक अपनी सेवाएं देती रहेगी।

100 साल बाद तैराकी में ब्रिटेन ने रचा इतिहास

टोक्यो, एपी : एक शताब्दी (100 साल बाद) से भी अधिक समय बाद में ब्रिटेन ने बुधवार को टोक्यो ओलिंपिक की तैराकी प्रतियोगिता में रिले स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता, जबकि अमेरिकी टीम पोडियम पर भी जगह नहीं बना पाई। ब्रिटेन ने दबदबा बनाते हुए पुरुष चार गुणा 200 मीटर फ्रीस्टाइल में जीत दर्ज की।

टीम में 200 मीटर फ्रीस्टाइल के स्वर्ण पदक विजेता टाम डीन, 200 मीटर के रजत पदक विजेता डंकन स्काट, तीन बार के ओलिंपिक पदक विजेता जेम्स गाय और 18 साल के मैथ्यू रिच‌र्ड्स शामिल थे। ब्रिटेन की टीम ने छह मिनट 58.58 सेकेंड से खिताब जीता, लेकिन मामूली अंतर से विश्व रिकार्ड बनाने से चूक गई। अमेरिका ने रोम में 2009 में विश्व चैंपियनशिप में छह मिनट 58.55 सेकेंड का समय लिया था। अमेरिका टीम तैराकी के अपने गौरवपूर्ण इतिहास में रिले में हिस्सा लेते हुए पहली बार पदक जीतने में विफल रही। 


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