प्रवीण मामले पर निकलेगा कोई फैसला : डब्ल्यूएफआइ
कोई भी पहलवान किसी दूसरे पहलवान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराता है तो इसका फैसला जरूर निकलता है।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। भारतीय पहलवान प्रवीण राणा और दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार के मामले को लेकर भारतीय कुश्ती संघ (डब्ल्यूएफआइ) का कहना है कि हमने इस मामले पर नजर रखी हुई और फैसला जरूर आएगा।
डब्ल्यूएफआइ के सहायक सचिव विनोद तोमर ने कहा कि प्रवीण राणा ने हमें सुशील कुमार के खिलाफ लिखित शिकायत और एफआइआर की प्रतिलिपि दी है। मंगलवार को प्रवीण और संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की मुलाकात होनी थी, लेकिन प्रवीण समय पर नहीं आ सके और अध्यक्ष संसद भवन चले गए। अभी बृजभूषण ने उनकी प्रवीण की लिखित शिकायत की प्रतिलिपि नहीं देखी है और उम्मीद है कि जल्द उन दोनों की मुलाकात होगी।
जब तोमर से पूछा गया कि डब्ल्यूएफआइ इस मामले पर क्या फैसला लेगा तो उन्होंने कहा कि देखिए फैसला जरूर आएगा, लेकिन इसमें अभी समय है। कोई भी पहलवान किसी दूसरे पहलवान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराता है तो इसका फैसला जरूर निकलता है। इस तरह के ज्यादातर मामले संघ के पदाधिकारी ही देखते हैं। इस शिकायत की प्रतिलिपि को संघ के पदाधिकारी देखेंगे और इस मामले पर चर्चा करेंगे। इसके बाद फैसला लिया जाएगा कि इस मामले को हमारी अनुशासन समिति के पास भेजा जाए या नई समिति गठित होगी।
राष्ट्रीय चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता प्रवीण को भरोसा है कि डब्ल्यूएफआइ इस मामले की निष्पक्ष जांच करेगा और उन्होंने प्रतिलिपि के माध्यम से संघ से अनुरोध किया कि वह सुशील के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
हालांकि उन्होंने लिखित शिकायत की प्रतिलिपि में यह भी लिखा कि उनके भाई नवीन राणा के साथ मारपीट सुशील के इशारे पर हुई थी जिसमें उनका भाई भी शामिल था। उन्होंने लिखा कि 31 दिसंबर को पांच से छह अज्ञात लोग ने मेरा रास्ता रोका और कहा कि मुझे प्रो कुश्ती लीग में खेलने नहीं देंगे। मैंने या मेरे परिवार के किसी सदस्य ने सुशील के खिलाफ शिकायत की तो तुम्हें जान से मार देंगे। यह कहकर वो चले गए।