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CWG 2022: क्लोजिंग सेरेमनी में भारतीय ध्वजवाहक होंगे शरत कमल और निकहत जरीन, जानिए इस बार भारत ने कितने मेडल जीते

इस बार कॅामनवेल्थ गेम्स में निकहत जरीन ने 48-50 किलो फ्लावेट के फाइनल में उत्तरी आयरलैंड की कार्ली एमसी नाउल को 5-0 से हराया था। वहीं इस बार शरत कमल ने तीन गोल्ड सहित एक सिल्वर मेडल अपने नाम किया है।

By Piyush KumarEdited By: Published: Mon, 08 Aug 2022 08:12 PM (IST)Updated: Mon, 08 Aug 2022 08:12 PM (IST)
CWG 2022: क्लोजिंग सेरेमनी में भारतीय ध्वजवाहक होंगे शरत कमल और निकहत जरीन, जानिए इस बार भारत ने कितने मेडल जीते
कॅामनवेल्थ गेम्स 2022 का आज यानी 8 अगस्त को समापन हो रहा है।(फाइल फोटो)

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। इंग्लैंड के बर्मिंघम में आयोजित कॅामनवेल्थ गेम्स 2022 का आज यानी 8 अगस्त को समापन हो रहा है। आखिरी दिन भारतीय बैडमिंटन के लिए काफी खास रहा। एक ही दिन में भारत ने बैडमिंटन में तीन और टेबल टेनिस में 1 गोल्ड जीत लिया। इसी के साथ कॅामनवेल्थ 2022 में भारत ने 22 गोल्ड मेडल, 16 सिल्वर मेडल और 23 ब्रॅान्ज मेडल जीते। बता दें कि आज ही इन खेलों का समापन भी होने वाला है। इस बार क्लोजिंग सेरेमनी में भारत की तरफ से ध्वज वाहक के रूप में टेबल टेनिस स्टार शरत कमल और महिला बॅाक्सर निकहत जरीन होंगी। यह जानकारी भारतीय दल प्रमुख राजेश भंडारी ने दी। राजेश भंडारी ने कहा, ' निकहत जरीन और शरत कमल क्लोजिंग सेरेमनी में भारत के ध्वजवाहक होंगे।

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इस बार कॅामनवेल्थ गेम्स में निकहत जरीन ने 48-50 किलो फ्लावेट के फाइनल में उत्तरी आयरलैंड की कार्ली एमसी नाउल को 5-0 से हराया था। वहीं, इस बार शरत कमल ने तीन गोल्ड सहित एक सिल्वर मेडल अपने नाम किया है। गौरतलब है कि इस बार ओपनिंग सेरेमनी में बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और हॅाकी मेंस टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने किया था।

चलिए जानते हैं निकहत जरीन के बारे में...

निखत जरीन का जन्म तेलंगाना के निजामाबाद में 14 जून 1996 को हुआ। पिता मुहम्मद जमील अहमद और माता परवीन सुल्ताना के घर में जन्मी इस भारतीय स्टार ने 13 साल की उम्र में बाक्सिंग ग्ल्बस को हाथों बांधा था। भारतीय मुक्केबाजी की लीजेंड एमसी मैरीकाम को जरीन अपना आदर्श मानती हैं। उनके खेल से प्रेरणा लेने वाली इस मुक्केबाज ने अपने आदर्श की तरह ही भारत को विश्व मुक्केबाजी महिला चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल दिलाया।साल 2010 में निकहत ने अपना पहला गोल्ड मेडल नेशनल सब जूनियर मीट में जीता था। उसके बाद तुर्की में साल 2011 में महिला जूनियर और यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में फ्लाइवेट में निखत ने पहली बार देश के लिए किसी इंटरनेशनल टूर्नामेंट में गोल्ड मेडल जीता। साल 2011 के 15 साल की उम्र में इस मुक्केबाज ने एआईबीए महिला युवा और जूनियर विश्व चैंपियनशिप में भारत के लिए गोल्ड मेडल हासिल किया।

जानिए शरत कमल के बारे में....

अचंत शरत कमल का जन्म 12 जुलाई 1982 को चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था। शरत कमल ने चार साल की उम्र में इस खेल को खेलना शुरू किया।  शरत कमल ने 2002 में राष्ट्रीय चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बनाई और हालांकि फाइनल में उन्हें हार जरूर मिली लेकिन इसके बावजूद उन्हें राष्ट्रीय टीम में शामिल कर लिया गया। शरत कमल ने 2003 में अपना पहला राष्ट्रीय खिताब जीता। इसके अलावा 2004 कॉमनवेल्थ टेबल टेनिस चैंपियनशिप में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय पदक अपने नाम किया।

शरत ने 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक जीते। शरत कमल ने 2018 एशियन गेम्स में भी दो कांस्य पदक जीते। साल 2019 में, अनुभवी शरत कमल ने अपनी सर्वश्रेष्ठ 30वीं रैंकिंग हासिल की और उसी साल कमलेश मेहता के आठ जीत के दो दशक लंबे रिकॉर्ड को तोड़कर, रिकॉर्ड नौवां राष्ट्रीय खिताब जीता।


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