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कोरोना वायरस की वजह से मुझे आजादी के मायने समझ में आ गए : मेरी कॉम

एमसी मेरी कॉम ने कहा कि जिंदगी की रफ्तार धीरे होने से उन्हें आजादी के नए मायने समझ में आए हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 20 Mar 2020 06:56 PM (IST)Updated: Fri, 20 Mar 2020 06:56 PM (IST)
कोरोना वायरस की वजह से मुझे आजादी के मायने समझ में आ गए : मेरी कॉम
कोरोना वायरस की वजह से मुझे आजादी के मायने समझ में आ गए : मेरी कॉम

नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना की वजह से सबकुछ ठप पड़ गया है, लेकिन भारतीय मुक्केबाज एमसी मेरी कॉम ने कहा कि जिंदगी की रफ्तार धीरे होने से उन्हें आजादी के नए मायने समझ में आए हैं। इस महीने जॉर्डन में एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर के लिए ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली मेरी कॉम वहां से लौटने के बाद दिल्ली के अपने घर में आइसोलेसन पर हैं।

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मेरी कॉम ने कहा कि मैं आराम कर रही हूं। एक्सरसाइज करती हूं और अपनी फिटनेस पर पूरा ध्यान देती हूं। अपने बच्चों के साथ खेलती हूं क्योंकि पूरे एक महीने बाहर रही हूं। ये खुद को एकांत में रखने का सबसे अच्छा हिस्सा है। मैं अपने परिवार के साथ हूं और किसी बात की चिंता नहीं है। मैं हर किसी से अपील करना चाहती हूं कि घबराए नहीं और घर पर अपने परिवार के साथ वक्त बिताएं। उन्होंने कहा कि मुझे इस वक्त आजादी के नए मायने समझ में आ रहे हैं। मुझे रोज के कार्यक्रम का कोई तनाव नहीं है। इस समय मुझे इतना ही पता है कि मेरे बच्चे बहुत खुश हूं। पिछले दस बारह दिन से उन्हें बिना किसी बाधा के उनकी मां मिली है।

नीरज ने खुद को अलग किया

तुर्की में अभ्यास से लौटने के बाद स्टार भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा को भारतीय खेल प्राधिकरण ने एनआइएस पटियाला में अलग थलग रहने को कहा है। टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके चोपड़ा को साई ने उनके हॉस्टल रूम में ही रहने को कहा है। उन्हें दूसरे खिलाडि़यों से दूर रहने को कहा गया है। वह बुधवार को ही तुर्की से लौटे हैं। ओ

लंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुके भाला फेंक खिलाड़ी शिवपाल सिंह एनआइएस पटियाला से जा चुके हैं और अपने घर पर हैं। एनआइएस पटियाला के एक सूत्र ने कहा कि साई ने कहा है कि नीरज को यहां रहना है तो 14 दिन दूसरों से बिल्कुल अलग रहना होगा। उन्हें और रोहित यादव को अलग कमरे दिए गए हैं। उनके हॉस्टल रूम के पास ही पुराना जिम भी है। शिवपाल और विपिन कासना ने घर पर रहने का विकल्प चुना। दोनों दक्षिण अफ्रीका से आए थे।

बाला देवी ग्लास्गो में ही रहेंगी, रेंजर्स करेगी देखभाल

भारतीय महिला फुटबॉल टीम की खिलाड़ी बाला देवी स्कॉटलैंड के फुटबॉल क्लब रेंजर्स के साथ हैं। उन्होंने ग्लास्गो में ही रहने का फैसला किया है। बाला देवी ने यह फैसला भारतीय सरकार द्वारा गुरुवार को सभी अंतरराष्ट्रीय विमानों को 22 मार्च तक भारत में न उतरने देने के फैसले के बाद लिया है। इस समय पूरे विश्व में फैली महामारी कोरोना वायरस के कारण सरकार ने यह फैसला लिया है। बाला भारत की पहली महिला फुटबॉल खिलाड़ी हैं जिन्हें किसी विदेशी फुटबॉल क्लब ने अपने साथ जोड़ा है। उन्होंने कहा कि वह ठीक हैं और क्लब उनकी देखभाल कर रहा है।


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