Commonwealth Games 2022: सीमा पूनिया के लिए मुश्किलों भरा रहा गांव से निकलकर एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने का सफर
Commonwealth Games 2022 भारतीय एथलीट सीमा पूनिया अपना 5वां कामनवेल्थ गेम्स खेलने उतरेंगी। पूनिया का पर्सनल बेस्ट थ्रो 63.72 रहा है। इस बार भी उनसे मेडल की उम्मीद होगी। पिछले कामनवेल्थ गेम्स में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता था।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। सोनिपत हरियाणा में जन्मी सीमा पूनिया भारत में डिस्कस थ्रो में एक जाना-पहचाना नाम है। 2018 कामनवेल्थ गेम्स में उन्होंने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था और कामनवेल्थ 2022 में भी उनसे देश को मेडल की उम्मीद है। सीमा का जन्म हरियाणा सोनिपत जिले के खेवड़ा गांव में 27 जुलाई 1983 को हुआ था। 11 साल की उम्र में खेल स जुड़ जाने वाली सीमा पहले लांग जंप किया करती थी लेकिन जल्द ही उन्हें अंदाजा हो गया कि वह डिस्कस थ्रो के लिए बनी हैं।
2000 में चमकी थी सीमा
साल 2000 में सैंटियागो में वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर वह पहली बार सुर्खियों में आई थी। उस उपलब्धि के बाद ही उन्हें 'मिलेनियम चाइल्ड' का निकनेम मिला।
सीमा पूनिया की उपलब्धि
सीमा पूनिया का पर्सनल बेस्ट थ्रो 63.72 है। उनकी उपलब्धियों की बात करें तो वह कामनवेल्थ गेम्स में लगातार अच्छा करती रही हैं। कामनवेल्थ गेम्स की बात करें तो उन्होंने 2006, 2014 और 2018 में सिल्वर मेडल जीता है जबकि 2010 में उनके नाम ब्रोंज मेडल है। इसके अलावा उन्होंने 2014 एशियन गेम्स में गोल्ड और 2018 में ब्रोंज मेडल अपने नाम किया था।